आनंद विभाग ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

उज्जैन । पर्यावरण संरक्षण के लिए एक दिन नही पूरे वर्ष भर सभी दिन पर्यावरण की चिंता रखना जरूरी है। समाज को शुद्ध पर्यावरण देना हमारी जिम्मेदारी भी है। यह बात आयोजन के मुख्य अतिथि उज्जैन शहर के पर्यावरण प्रेमी और पूर्व सभापति नगर निगम उज्जैन सोनू गेहलोत ने कही। इसके पूर्व विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस और वट सावित्री पर नक्षत्र वाटिका वेधशाला गऊघाट पर बरगद का पौधा लगाया गया तथा पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बने रहने की शपथ ली गई। आयोजन के विशिष्ट अतिथि उज्जैन में पदस्थ रहे खाद्य अधिकारी और वसुंधरा हरियाली समिति के संरक्षक श्री मोहन मारू ने बताया कि, उन्होंने पिछले 5 वर्षों में लगभग 2 लाख से अधिक पौधें लगाए है और हमारा यही संदेश रहता है कि, पर्यावरण के संरक्षण के लिए रोज एक नया पौधा लगाएं। पर्यावरणविद और शहर के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विमल कुमार गर्ग ने कहा कि धर्म के अनुसार और धर्म के माध्यम से पर्यावरण की रक्षा की जा सकती है। जिला पंचायत के आनंद विभाग प्रभारी श्री विजय खांडेकर ने कहा कि छत पर गिरने वाला बारिश का पानी एक बूंद भी व्यर्थ ना जाए यह चिंता करनी होगी। आनंद विभाग के जिला समन्वयक एवम आयोजन के संयोजक डॉ. प्रवीण जोशी ने कहा कि, पौधा किसी ने भी लगाया हो, उस नन्हें पौधे को पानी दें सुरक्षा दें। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती पर माल्यार्पण और डॉ. अनामिका सोनी के स्वागत गीत से हुई।

कार्यक्रम में श्री के.के.पंवार उज्जैन वन विभाग अधिकारी, श्री पी.एल. डाबरे पूर्व आनंद विभाग प्रभारी जिला पंचायत उज्जैन, प्रमुख आनंदम सहयोगी श्री राजेश शर्मा, श्रीमती प्रभा बैरागी (मास्टर ट्रेनर), आनंदक डॉ .सुमन जैन, डॉ. पंकज पाटीदार, श्री अनोखीलाल शर्मा, श्री भरत कुमावत, श्री राकेश भार्गव, श्रीमती ममता कटारिया, श्री दीपक सोनी, श्री अंकित शर्मा, श्री जितेंद्र मालवीय, श्री मुक्तेश त्रिवेदी, श्री आकाश शुक्ला, श्री शिवानी शुक्ला, श्रीमती अमृता चतुर्वेदी, श्री सुधांशु नगर, श्री सर्वेश सिंह सिसोदिया, श्रीमती सीमा सिसोदिया सहित विशेष रुप से परिवार सहित उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आनंदम सहयोगी डॉ. ललित नागर ने किया। आभार शासकीय जीवाजी वैधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र गुप्त ने मना।