उज्जैन । गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव एवं विधायक श्री पारस जैन ने योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण, भाई बलराम एवं सखा सुदामा के साथ विद्याध्ययन करने आये उज्जयिनी के गुरु सान्दीपनि आश्रम में विधिवत पूजन-अर्चन किया। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव ने बताया कि व्यक्ति के सर्वांगीण विकास में अपने माता-पिता की अहम भूमिका होने के साथ-साथ अपने गुरु का भी बड़ा योगदान होता है। सान्दीपनि आश्रम में पूजन-अर्चन के दौरान विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पाण्डेय, महर्षि पाणिनी संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के कुलपति श्री मेनन, लोक शिक्षण उज्जैन संभाग के संयुक्त संचालक श्री रवीन्द्र सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी श्री आनन्द शर्मा, जिला शिक्षा परियोजना समन्वयक श्री गिरीश तिवारी आदि उपस्थित थे। गुरु सान्दीपनि आश्रम में मुख्य पुजारी श्री रूपम व्यास, श्री राहुल व्यास, श्री शैलेंद्र व्यास ने विधिवत पूजन-अर्चन सम्पन्न करवाया।
उल्लेखनीय है कि हमारे जीवन में गुरु का विशेष महत्व होता है। भारतीय संस्कृति में गुरु को भगवान से भी बढ़कर माना जाता है। संस्कृत में ‘गु’ का अर्थ होता है अंधकार (अज्ञान) एवं ‘रु’ का अर्थ होता है प्रकाश (ज्ञान)। गुरु हमें अज्ञान रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाते हैं।