उज्जैन। चारधाम मंदिर अखण्ड आश्रम में चारधाम मंदिर के पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी शान्तिस्वरूपानन्द गिरिजी महाराज के सानिध्य में भगवान श्री द्वारकाधीश के साथ ही रामेश्वरम, बद्रीनाथ, जगन्नाथजी व अखण्ड आश्रम 12 ज्योर्तिलिंग में भी अन्नकूट का भोग लगाया गया।
इस अवसर पर स्वामीजी ने पर्यावरण संवर्धन पर जोर देते हुए कहा कि यह हमारा भू-भाग तभी उपजाऊ होगा जब हम इसकी रक्षा करेंगे। पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्षारोपण करना आवश्यक है । लकड़ी महत्ता अनादिकाल से है। जन्म के साथ ही लकड़ी का संबंध मनुष्य से जुड़ जाता है जब अंतिम समय आता तब भी लकड़ी की आवश्यकता पड़ती है। हम अपने जीवनकाल में कम से कम एक-दो वृक्ष लगाये और उन्हें पल्लवित करें ताकि हमारे मरणोपरांत जितनी लकड़ी हमारे लिये खर्च होती है कम से कम उतनी लकड़ी तो हम इस दुनिया को देकर जाए। स्वामीजी के आशीवर्चनों को श्रोताओं ने बड़ी गंभीरता के साथ आत्मसात किया।
अन्नकूट महोत्सव के दौरान कार्यक्रम के संचालक, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष अशोक प्रजापत ने बताया कि दादा गुरु अखण्डानंदजी की पुण्य स्मृति 2 जनवरी 2024 से 5 जनवरी 2024 तक विशाल संत सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा जिसमें युगपुरूष महामण्डलेश्वर स्वामी परमानन्द गिरिजी महाराज, दीदी मां ऋतम्भरा जी ने आमंत्रण स्वीकार कर लिया है। इसी के साथ देश के बड़े-बड़े संतों को आमंत्रित करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
अन्नकूट महोत्सव में उज्जैन जिलाधीश कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक डॉ. पुरुषोत्तम व्यास, तरुण मित्तल, माखनसिंह, सुरेन्द्रसिंह कुशवाह, पूर्व आईजी रमणसिंह सिकरवार, डॉ. एस. एस. गुप्ता, डॉ. भटनागर, कमलेश पंचौली, चित्तौड़गढ़ से पधारे स्वामी चन्द्र भारती, के. पी. सेठिया सहित बड़ी संख्या में भक्तगण मौजूद थे। सभी ने अन्नकूट दर्शन के साथ प्रसादी ग्रहण की। जानकारी पं. रामलखन शर्मा ने दी।