छप्पन पकवानों का श्रीकृष्ण को लगाया भोग

उज्जैन। अलका पुरी रिंगरोड स्थित उद्यान में श्रीमद्भागवत कथा के दौरान छप्पन पकवानों का भोग लगाया गया। इस अवसर पर कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी श्री शांतिस्वरूपानन्द गिरि जी महाराज ने कहा कि ईर्ष्या और क्रोध विवेक को हर लेता है। भगवान भाव के भूखे हैं, अहंकार मानव का हो या देवता का भगवान उसे दूर कर देते हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने देवताओं की अपेक्षा बूढ़ों और बच्चों को भोजन कराने का संदेश दिया। इससे अहंकारी इन्द्र को अच्छा नहीं लगा और भगवान श्रीकृष्ण के खिलाफ हो अपनी शक्ति का प्रयोग किया, जिसे भगवान ने अपनी शक्ति के माध्यम से पस्त कर दिया। स्वामी जी ने इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया। पं. रामलखन शर्मा ने बताया कि आज भागवत पुराण का पूजन ब्रजभान सिंह चंदेल ने किया। आरती गोपाल पोरवाल, अमित परिहार, श्रीमती चेतना तोमर और श्रीमती मंजू तोमर ने किया। शुक्रवार को रुक्मिणी-श्रीकृष्ण विवाह होगा।