उज्जैन
। हिन्दू पंचांग के अनुसार हर वर्ष फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। जो इस वर्ष 08 मार्च शुक्रवार को है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि के चतुर्थ दिवस सायं पूजन के पश्चात भगवान श्री महाकालेश्वर ने *श्री छबीना स्वरूप* में भक्तों को दर्शन दिये।
इसके पूर्व प्रातः शासकीय पुजारी श्री घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में 11 ब्राहम्णों द्वारा श्री कोटेश्वर भगवान के पूजन के पश्चात श्री महाकालेश्वर भगवान का अभिषेक एकादश-एकादशनी रूद्रपाठ से किया गया।
पूजन पश्चात भगवान श्री महाकालेश्वर को लाल रंग के वस्त्र धारण करवाये गये।
इसके अतिरिक्त मेखला, दुपट्टा, मुकुट, छत्र, नागकुण्डल, मुण्ड माला आदि धारण करायी गयी ।
*प्रतिदिन हो रहा है मंदिर प्रांगण में नारदीय कीर्तन*
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा कथारत्न हरि भक्त परायण पं. श्री रमेश कानडकर जी के शिव कथा व हरि कीर्तन का आयोजन सायं 04:30 से 06 बजे तक मन्दिर परिसर मे नवग्रह मन्दिर के पास संगमरमर के चबूतरे पर चल रहा है। तबले पर संगत श्री असीम कानडकर ने की।
भगवान श्री महाकालेश्वर जी के इस अलौकिक दर्शन का पुण्य लाभ श्रद्धालुओं को रात्रि होने वाली शयन आरती तक प्राप्त होता है |