वाहन चोर गिरोह नानाखेडा पुलिस की गिरफ्त मे

उज्जैन,

पुलिस अधीक्षक उज्जैन द्वारा शहर एवं देहात के थानो को संदिग्ध व्यक्तियों एवं संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर कार्यवाही कर, शहर में हो रही दो पहिया वाहनों की चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने एवं आरोपियों की पतारसी करने हेतु निर्देशित किया गया था। इसी तारतम्य में अति. पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री गुरुप्रसाद पाराशर एवं अति. पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री जयंत राठौर के मार्ग दर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक माधवनगर दीपिका शिंदे के नेतृत्व में थाना प्रभारी नानाखेड़ा कमल निगवाल की टीम को वाहन चोर गिरोह को पकड़ने में सफलता मिली है। नानाखेड़ा पुलिस ने वाहन चोरी करने वाले 01 शातिर आरोपी को अवैध शराब का परिवहन करते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पूछताछ पर थाना नानाखेड़ा, नीलगंगा, माधवनगर एवं जीवाजीगंज थाना क्षेत्र में वाहन चोरी करना कबूला है । चोरी के वाहन खरीदने वाले 02 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से चोरी की 08 मोटर सायकल, 01 ऑटो रिक्शा एवं 60 लीटर अवैध शराब जप्त की गई है।

घटना का संक्षिप्त विवरण-

दिनांक 05.03.24 को मुखबिर कि सुचना पर नानाखेड़ा पुलिस द्वारा तारामण्डल उज्जैन के पीछे घेराबंदी कर संदेही संतोष को बिना नम्बर की मोटर सायकल पर अवैध शराब का परिवहन करते हुए पकड़ा एवं आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक- 92/ 2024 धारा- 34(2) आबकारी अधिनियम का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी संतोष से मोटर सायकल के संबंध में पुछताछ करने पर उक्त मोटर सायकिल दिनांक 11.02.24 को नानाखेड़ा थाना क्षेत्र स्थित विजयवर्गीय धर्मशाला के सामने से चोरी करना बताया जिससे टीम द्वारा सख्ती से पुछताछ करने पर आरोपी द्वारा उज्जैन शहर के विभिन्न स्थानों से दो पहिया वाहन चोरी करना एवं अपने साथी दीपक ओर हरेन्द्र को बेचना बताया। आरोपियों से उज्जैन जिले की अन्य घटनाओं तथा सीमावर्ती जिलो की वाहन चोरी की घटनाओं के संबंध में पूछताछ की जा रही है, साथ ही आरोपियों के आपराधिक रिकार्ड की भी जानकारी एकत्रित की जा रही है।

तरीका-ए-वारदात-

आरोपी संतोष शातिर वाहन चोर है जिसने पूर्व में भी शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। आरोपी शहर में घुमकर दो पहिया वाहनों को अपना निशाना बनाकर उनका ताला तोड़कर वाहन चोरी की घटना को अंजाम देता है। चोरी के वाहन को शहर से बाहर ले जाकर अपने साथी दीपक एवं हरेन्द्र को कम कीमत में बेच देता है। आरोपी दीपक का दो पहिया वाहन का गैरेज है जो संतोष से कम कीमत में चोरी के वाहन खरीदता है। आरोपी हरेन्द्र ने भी संतोष से कम कीमत में चोरी का वाहन स्वयं के उपयोग के लिये खरीदा है। आरोपी संतोष से चोरी का ऑटो रिक्शा भी जप्त किया गया है।