थाना घटिया पुलिस ने 12 घंटे के भीतर किया अंधे कत्ल का खुलासा

उज्जैन, पुलिस अधीक्षक उज्जैन के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर-पश्चिम) श्री गुरुप्रसाद पाराशर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री नितेश, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री भारत सिंह यादव, के मार्गदर्शन में थाना घटिया पुलिस को अंधे कत्ल का 12 घंटे में खुलासा करने में सफलता प्राप्त हुई है।

▪️घटना का विवरण
दिनांक 23.05.24 को थाना घटिया जिला उज्जैन पर सुबह 08:50 बजे सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम बिछडौद में सुलिया रोड पर नाले के पास लखन राठौर मृत अवस्था में पड़ा है। उक्त सूचना पर पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुँच कर पडताल आरंभ की। मृतक के परिजनों से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि रात्रि में लखन राठौर गांव के ही अजय उर्फ भूरा बैरागी के साथ मोटरसायकिल से उज्जैन रोड तरफ जाता दिखा था। उसके कुछ समय बाद वापस अपने घर पर मोबाईल चार्ज पर लगाकर किसी को बिना बताए घर से नागमंदिर तरफ गया था। जो रात भर घर वापस नही आया। मृतक लखन की अज्ञात व्यक्ति/व्यक्तियों के द्वारा गला घोटकर तथा सिर में गंभीर चोट पहुँचाकर हत्या कर दी गयी। मौके पर मृतक के भाई राहुल राठौर की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध 0/24 धारा 302 भादवि का कायम कर विवेचना प्रारंभ की गयी। घटनास्थल पर एफ.एस.एल. अधिकारी, फिंगर प्रिन्ट टीम एवं डॉग स्क्वाड को बुलवाकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कराया तथा मौके से भौतिक साक्ष्य एकत्र किये तथा पुलिस थाना घटिया पर असल अपराध 202/24 धारा 302 भादवि का कायम कर अग्रिम विवेचना प्रारंभ की गयी।

▪️पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही–
अपराध गंभीर प्रकृति का होने से वरिष्ठ अधिकारियों के उचित मार्गदर्शन में पुलिस टीम का गठन कर घटना की प्रत्येक एंगल से विवेचना प्रारंभ की गयी। तकनीकी सहयोग से बाहरी व्यक्ति के घटनास्थल पर मौजूदगी के संबध में जानकारी प्राप्त की गयी। किसी बाहरी व्यक्ति के घटना दिनांक समय में उपस्थिति के संबंध में साक्ष्य नहीं पाये गये। गांव से मृतक लखन राठौर के व्यक्तिगत जीवन, रहन सहन, बोलचाल लेन-देन आदि की जानकारी एकत्र की गयी। परिजनों से पूछताछ में पता चला कि मृतक यूको बैंक में प्रायवेट नौकरी तथा ब्याज पर रूपये के लेनदेन का काम करता था। मृतक के परिजनो से पूछताछ में पता चला कि मृतक के घर के पास रहने वाले जितेन्द्र उर्फ कालू बैरागी से मृतक लखन राठौर का पैसे का लेनदेन था इसी आधार पर जितेन्द्र बैरागी को संदेही मानते हुये विवेचना को आगे बढ़ाया गया।
ग्राम बिछडौद में विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज व घटना स्थल के तकनीकि साक्ष्यों के आधार पर प्रकरण में 02 अन्य संदेही सुमित पिता संतोष बोडना तथा राजकुमार उर्फ राजु पिता सुरेश मारू की घटना में संलिप्तता पायी गयी। उक्ततीनो संदेहियो से अलग-अलग पूछताछ की गयी जिस पर तीनों के द्वारा घटना दिनांक को साथ में नहीं होना बताकर पुलिस को गुमराह किया गया। किन्तु तीनो संदेहियों के कथनो की पुष्टि सीसीटीवी फुटेज, पुलिसिया सूझ-बूझ, तकनीकी सहयोग एवं अन्य बिंदुओ से परीक्षण करने पर कथन मिथ्या पाये गये। अन्ततः सख्त और साक्ष्य आधारित पूछताछ पर तीनो आरोपियों के द्वारा अपना जुर्म स्वीकार किया गया।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मृतक लखन राठौर ने आरोपी जितेन्द्र बैरागी को कुछ दिन पूर्व लगभग 2.5 लाख रूपये उधार दिए थे। मृतक लखन के द्वारा आरोपी जितेन्द्र से उधार दिए गए 2.5 लाख रूपये चुकाने की मांग की जा रही थी। उक्त रूपये आरोपी जितेन्द्र द्वारा वापस नहीं लौटाने की मंशा से अपने दो साथियों सुमित तथा राजकुमार के साथ मृतक लखन राठौर की हत्या की साजिश रची। घटना दिनांक को रात्रि के लगभग 09:00 बजे के आसपास आरोपी जितेन्द्र ने अपने दोनों साथियों को बाईक से घटनास्थल पर छोडा तथा हत्या की पूरी प्लानिंग बनायी। इसके बाद आरोपी जितेन्द्र बैरागी मृतक लखन राठौर को उसके घर से कुछ दूरी से पैसे के लेनदेन की बात करने का कहकर बाईक पर बिठाकर घटनास्थल तक लेकर आया। बाद घटनास्थल पर आरोपी द्वारा अपनी प्लांनिग के मुताबिक मृतक लखन को रूपयों के लेनदेन की बातचीत में उलझाया गया तथा अपने दोनो साथी सुमित व राजकुमार को लखन राठौर के गले में रस्सी का फंदा डालने का इशारा किया गया। मृतक लखन के गले में रस्सी का फंदा डालते की तीनो आरोपियों ने मिलकर रस्सी को खिचकर मृतक को जमीन पर गिरा दिया तथा फंदे को जोर से कस दिया बाद आरोपियों ने बारी-बारी से पत्थर से लखन के सिर पर गंभीर चोट पहुंचाकर हत्या कारित कर दी। पर्याप्त परिस्थिति जन्य और वैज्ञानिक साक्ष्य मिलने पर प्रकरण में आरोपी जितेन्द्र, राजकुमार व सुमित को गिरफ्तार किया गया है।

▪️आरोपियों का विवरण –
1-जितेन्द्र बैरागी पिता बाबूदास बैरागी, जाति बैरागी, उम्र 23 साल
2- राजकुमार उर्फ राजू पिता सुरेश मारु, जाति बलाई, उम्र 21 साल
3- सुमित पिता संतोष बोडाना, जाति बलाई, उम्र 18 साल उपरोक्त तीनों निवासी ग्राम बिछडौद, थाना-घटिया

▪️ सराहानीय भूमिका-
थाना प्रभारी थाना घटिया निरी. राधेश्याम चौहान, उनि.एस.एस.अलावे, उनि प्रतीक यादव (सायबर सेल), उनि अलकेश डांगे, उनि जयंत डामोर, सउनि लोकेन्द्र सिंह, सउनि रमाकांत मीणा, सउनि. संतोष शर्मा, प्रआर 437 प्रेम सभरवाल (सायबर सेल), प्रआर. 1854 बलदेवसिंह, प्रआर. 410 गजेन्द्र सिंह, प्रआर. 1307 राजेन्द्र पटेल, प्रआर 1702 राजेन्द्र राठौर, प्रआर. 760 नितिन पटवा, प्रआर. 748 मनोज, प्रआर. 1301 शांतिलाल जाट, प्रआर 1751 रविन्द्र मंडलोई, प्रआर. 1290 मानसिंह आर्य, प्रआर. 53 महेश मालवीय, आर. 1814 बनवारीलाल यादव, आर. 1771 जीवन सिंह, आर. 1818 ललित राठौर, आर. 892 बद्रीलाल, आर. 1555 तहसीलदारसिंह, आर. 807 नवदीप शर्मा, म.आर. 1846 साक्षी जोशी, सैनिक 422 मोहनदास बैरागी की मुख्य भूमिका रही ।