उज्जैन । सोमवार को भगवान श्री महाकालेश्वर की राजसी सवारी ठाट-बाट से निकाली गई। परंपरागत मार्ग से होते हुए भगवान महाकालेश्वर की पालकी जैसे ही गोपाल मंदिर पहुंची उनके दर्शन के लिए जन सैलाब उमड़ गया। श्रद्धालुओं ने भगवान महाकालेश्वर के जयकारे लगाकर उनकी पालकी पर पुष्प वर्षा की। भगवान महाकालेश्वर की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालु काफी देर से प्रतीक्षा कर रहे थे।
भगवान महाकालेश्वर की पालकी के गोपाल मंदिर पहुंचने के पश्चात भगवान महाकालेश्वर की आरती की गई आरती के पश्चात सवारी गोपाल मंदिर से रवाना हुई।
इसके पूर्व पुलिस बैंड द्वारा “आरती कुंज बिहारी की, की गिरधर कृष्ण मुरारी की” की धुन बजाकर भगवान श्री गोपालकृष्ण के समक्ष प्रस्तुति दी गई।
सवारी के दौरान रही चाक चौबंद व्यवस्था
भगवान श्री महाकालेश्वर की राजसी सवारी के दौरान श्रद्धालुओं को सुगमता पूर्वक भगवान श्री महाकालेश्वर की पालकी के दर्शन हो सकें , इसके लिए प्रशासन द्वारा चाक चौबंद व्यवस्थाएं की गई थीं । विभिन्न मार्गो से होते हुए सवारी पुनः महाकालेश्वर मंदिर पहुंची। इस दौरान मार्ग पर मौजूद श्रद्धालुओं ने संपूर्ण सवारी के दर्शन अत्यंत सुगमता से किए।