उज्जैन । श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी “उमा सांझी महोत्सव 2024” के आयोजन के चतुर्थ दिवस दोपहर 02 बजे रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया | रंगोली प्रतियोगिता दो वर्गों में आयोजित की गई |
जिसमे कनिष्ठ वर्ग (कक्षा 01 से 07) में प्रथम पुरस्कार कु.कनक शर्मा, द्वितीय पुरस्कार कु.कनिका शर्मा व् तृतीय पुरस्कार कु. चाहत गोयल ने प्राप्त किया | इसी प्रकार वरिष्ठ वर्ग में (कक्षा 08 से 12) मे प्रथम पुरस्कार कु.मनस्वी शोभाकर , द्वितीय पुरस्कार कु.पूनम लोधी व तृतीय पुरस्कार कु. विवंशी भदौरिया ने प्राप्त किया | श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुरोहित श्री भूषण व्यास, श्री दीपक भट्ट ने निर्णायक के रूप में उपस्तिथ थे |
*श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में रंगोली से संझा निर्माण व भगवान के विभिन्न स्वरूपों के दर्शन हुए*
सभा मंडप में प्राचीन शिला पर *”शीशमहल”* की रंगोली बनायी गई | जिसको श्री मुकेश शर्मा, श्री भूषण व्यास, श्री सुभाष शर्मा, श्री संदीप शर्मा, नवनीत शर्मा, श्री रूपम शर्मा, श्री गोपाल शर्मा, श्री अक्षय शर्मा, श्री अनंतनारायण शर्मा आदि द्वारा रंगोली का निर्माण किया गया |
सभामड़प में रंगोली के साथ-साथ सवारी में निकलने वाले भगवान श्री महाकालेश्वर के विभिन्न स्वरूपो के दर्शन पुनः दर्शन हेतु सभामंडप में हुए | जिसमे कोटितीर्थ कुंड में भगवान शिव-पार्वती के नौका विहार की झांकी सजायी गई | इसके अतिरिक्त श्री उमा-महेश, श्री मनमहेश, श्री घटाटोप, श्री होल्कर, श्री जटाशंकर आदि की झांकिया सजाई गई ।
सभामंडप में सायं 05 से 06 बजे तक ग्वालियर से पधारे श्री समर्थ बालकृष्ण धोलीबुवा जी द्वारा सभामंड़प में नारदीय कीर्तन किया |
*उमा सांझी महोत्सव 2024 की चतुर्थ सांस्कृतिक संध्या में भारत के विभिन्न क्षत्रों के लोकगीत व नृत्य की प्रस्तुति हुई*
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी “उमा सांझी महोत्सव 2024” के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है | जिसमे प्रतिदिन सायं श्री महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासनिक कार्यालय के सामने फेसिलिटी की छत पर लोक संगीत व् लोक नृत्य पर आधारित सांस्कृतिक कार्यकर्मो का आयोजन किया जा रहा है |
इसी क्रम में तृतीय दिवस दिनांक 01 अक्टूबर 2024 को प्रथम प्रस्तुति में उमा सांझी महोत्सव में प्रथम प्रस्तुति सुश्री करूणा सिसोदिया व साथी कलाकारों द्वारा दी गई | जिसमे गणेश वन्दना, मालवी महाकाल वंदना एवं पारंपरिक संजा गीतों की प्रस्तुति दी गई | आपके साथ सह गायिका डॉ.तृप्ति नागर, श्रीमती राधा मेहता , तबला पर श्री शैलेंद्र भट्ट, हार्मोनियम पर श्री अजय मेहता , ढोलक पर श्री कमल शिवालिया ने संगत की |
द्वितीय प्रस्तुति इंदौर की सुश्री पल्लवी व्यास के निर्देशन में रिदम डांस अकादमी के द्वारा दी गई | संस्था द्वारा भारत के विभिन्न क्षेत्रों के पारंपरिक लोकनृत्यों की प्रस्तुति दी गई | जिसमे सर्वप्रथम बंगाली लोक नृत्य धुनूँची ढाक के संगीत प्रस्तुति हुई | उसके उपरांत महाराष्ट्र के गोंधल नृत्य आई भवानी तुझा कृपानी तारस भक्ताला….…. व गुजरात के गरबा “डाकला” की प्रस्तुति दी गई | प्रस्तुति का समापन जगत जननी माँ उमा जो कि मध्यप्रदेश के निमाड़ क्षेत्र की बेटी रानु बाई को शिव यानी धनिया राजा लिवाने आए है और सभी प्रसन्नता गीत गा नाच रहे है गणगौर गीत हरिया जवारा म्यारा हरस जवारा……की प्रस्तुति हुई | सभी प्रस्तुतियाँ संस्था की नर्तक व नृत्यांगनाओ कु.अन्वी साकल्ले, कु.अरिशा शर्मा, कु.धीरा जोशी, कु.प्रिशा खंडेलवाल, कु.प्रिया कौशल, कु.रिद्धि पालीवाल, कु.विधि सोलंकी , कु.तनिष्का चौधरी , कु.श्रद्धा सूर्यवंशी, कु.जागृति कुशवाह, कु.महक जैन, कु.अस्मी कुमत, कु.अनुश्री द्विवेदी, कु.अपूर्वा व्यास, कु. देविका दादूरिया, कु. मान्या राठौड, कु. निधि रघुवंशी, कु. प्रियल जैन, कु.पद्मश्री रिद्धि शुक्ला, कु.अनुष्का मांडगे कु.चैतन्य उत्परिया , कु.ईशा चौरे, कु.कृतिका जैन, कु.रूद्रांशी जाट, कु.तनिष्का तोमर आदि द्वारा दी गई
उमा सांझी महोत्सव 2024 के चतुर्थ दिवस की अंतिम प्रस्तुति श्री हरिहरेश्वर पोद्दार के निर्देशन में संस्था श्री सर्वोत्तम संगीत नृत्य अकादमी द्वारा समूह लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई | जिसमे सर्वप्रथम नन्ही नृत्यांगनाओ द्वारा गणेश वंदना तेरी जय-जय-जय हो गणेश जी….. व राजस्थानी नृत्य (राजस्थान के लोक देवता की आराधना)डिगीपुर का राजा अग्निथवाई….. के उपरांत मरुरंग में पणिहारी, काटों, पोदिनो, गजबण, बना-बनी सा आदि लोकनृत्यों की प्रस्तुति के बाद सपेरा जाति के कलाकारों द्वारा नाग-नागिन की चपलता ओ फुर्ती को प्रदर्शित करते कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति दी गई | प्रस्तुति का समापन राजस्थानी लोक नृत्य कच्छी घोडा (लोक देवता बाबा रामदेव की आराधना) से किया गया | सभी प्रस्तुतियाँ संस्था की नर्तक व नृत्यांगनाओ कु.चार्वी सावन, कु. प्रीशा प्रजापति, कु.हित्वी सूर्यवंशी, कु.प्रियांशी वाडिया, कु.अंशिका गुप्ता, कु.गलोरिया सेंगेर, कु.गौरंशी निगम, सुश्री मोक्षदा सक्सेना, सुश्री प्रियांशी नागर, सुश्री नेहा भट्ट, सुश्री निहारिका पांचाल, श्री राजेश कुमार, श्री अजय नगरिया आदि द्वारा दी गई |
कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री महाकालेश्वर भगवान के समक्ष दीपप्रज्ज्वलन से किया गया | दीपप्रज्ज्वलन के उपरांत मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री आर.के. तिवारी व श्री निरंजन जोनवाल द्वारा प्रस्तुति देने वाले कलाकारो का सम्मान किया गया | मंच संचालन श्री दुर्गाशंकर सूर्यवंशी द्वारा किया गया |
*दिनांक 02 अक्टूबर 2024 दोपहर 02 बजे एक ही वर्ग में तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है | जिसमे उज्जैन, मध्यप्रदेश की लोक परंपरा, मंदिरों, व धर्म आदि से सम्बंधित विषयों का चयन पर्चीयों के माध्यम से कर भाषण देंगे | जिसमे प्रतिभागियो को 03 मिनट का समय दिया जाएगा |*
*दिनांक 02 अक्टूबर 2024 को उज्जैन की डॉ. वाणी साठे के भजन गायन, उज्जैन की तन्वी गोलेचा के नृत्य व उज्जैन की संस्था त्रिनेत्रा सांस्कृतिक संस्था के समूह लोकनृत्य की प्रस्तुति होगी | साथ ही श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामण्डप में पं. श्री जसवंत शर्मा के रात्रि जागरण में सुन्दर कांड व भजनों की प्रस्तुति के साथ उमा सांझी महोत्सव 2024 की सांस्कृतिक संध्या का समापन होगा |*
उमा सांझी महोत्सव 2024 में 04 अक्टूबर 2024 चन्द्र दर्शन की द्वतीया को श्री उमामाता जी की सवारी के साथ महोत्सव का समापन होगा।