कलेक्टर द्वारा विभिन्न मामलों में जनसुनवाई की गई, प्रकरणों का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिये गये

उज्जैन । कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह द्वारा मंगलवार को प्रशासनिक संकुल भवन के द्वितीय तल स्थित सभा कक्ष में जन सुनवाई की गई। कलेक्टर ने जनसुनवाई में आए आवेदनों का त्वरित निराकरण करने के निर्देश संबधित अधिकारीयों को दिये।

नागदा निवासी बाबुलाल डाबी ने आवेदन देकर शिकायत कि वे नागदा के तहसील कार्यालय में भृत्य के पद पर पदस्थ थे। उन्हें वर्ष 2017 में उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया था। परन्तु आज दिनांक तक उन्हें जीपीएफ राशी का भुगतान नहीं किया गया है। इस पर तहसीलदार नागदा को प्रकरण की जाँच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गए।

ग्राम बिछडोद खालसा तहसील घट्टिया निवासी रामनारायण पिता भेरूसिंह ने आवेदन दिया कि वे काफी वृद्ध हो चुके हैं तथा किसी भी प्रकार का कार्य करने में असमर्थ हैं। उन्होंने उनके स्वामित्व कि कृषि भूमि अपने बेटों के नाम कर दी थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उनके बेटों के द्वारा उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है तथा उन्हें घर से निकालने का प्रयास किया जा रहा है। इस पर एसडीएम घट्टिया को समय सीमा में उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गए।

ग्राम पलवा तहसील महिदपुर निवासी प्रेमनारायण मेहता ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित शासकीय गोचर भूमि पर एक अन्य व्यक्ति के द्वारा अवैध रूप से कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। इस पर एसडीएम महिदपुर को जांच कर उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गए।

ग्राम गोंदिया तहसील उज्जैन निवासी मायाराम पिता करणसिंह ने आवेदन दिया कि उनके स्वामित्व कि कृषि भूमि पर उनके रिश्तेदार के द्वारा जबरन कब्जा कर अतिक्रमण किया जा रहा है। जब वे उन्हें समझाने के लिए गए तो उनके साथ मारपीट और झगड़ा किया गया। इस पर तहसीलदार उज्जैन को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गए।

उज्जैन के बाड़कुम्मेद निवासी कमलाबाई ने आवेदन दिया कि गांव के कुछ लोगों के द्वारा उनके पति को लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी कर उनके स्वामित्व कि कृषि भूमि को अपने नाम करवा लिया गया है। इस पर तहसीलदार उज्जैन ग्रामीण को पूरे मामले कि जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गए।

इसी प्रकार कलेक्टर, अपर कलेक्टर श्री एमएस कवचे एवं अन्य अधिकारियों द्वारा अन्य मामलों में जनसुनवाई की गई।