उज्जैन, कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह के द्वरा मंगलवार को प्रशासनिक संकुल भवन के सभा कक्ष में विभिन्न मामलों में जनसुनवाई की गई उन्होंने समय-सीमा में प्रकरणों का निराकरण करने के निर्देश अधीनस्थ अधिकारियों को दिए।
उज्जैन के वल्लभ नगर निवासी यशवर्धन टेलर ने आवेदन दिया कि उनके मोहल्ले में काफी वर्षों से जलप्रदाय नहीं किया जा रहा है, जबकि उन्होंने पीएचई से नल कनेक्शन काफी समय पहले ले लिया था। इस पर ई.ई. पीएचई को शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
बड़नगर निवासी गिरधारीलाल पिता बुद्धाजी ने आवेदन दिया कि उनके द्वारा लगभग पचास वर्ष पूर्व बड़नगर के ग्राम गुणावद में कृषि भूमि एक व्यक्ति से क्रय की गई थी। उक्त भूमि की बिक्री की सम्पूर्ण राशि का भुगतान उनके द्वारा विक्रेता को कर दिया गया था। पिछले कुछ समय से प्रार्थी को कृषि कार्य हेतु भूमि पर जाने से कुछ आस-पास के कृषकों द्वारा रोका जा रहा है तथा अवागमन के एकमात्र रास्ते को उक्त लोगों के द्वारा अवरूध्द कर दिया गया है। इस वजह से उन्हें कृषि कार्य करने में अत्यंत कठिनाई हो रहीं है इस पर एसडीओ राजस्व बड़नगर को स्थान निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गये।
उज्जैन के ग्राम धतरावदा निवासी कमला बाई ने आवेदन दिया कि उनकी बहु के द्वारा उन्हें घर से निकालने और उनके स्वामित्व के मकान को बेचने का प्रयास किया जा रहा है। प्रार्थी वृद्ध है और उनके पति का र्स्वगवास हो चुका है। तथा उनके पास आय का कोई साधन नहीं हैं इस पर एसडीएम ग्रामीण को मामले की जाँच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
महिदपुर निवासी दिलीप सिंह ने आवेदन दिया कि ग्राम चितावद में उनके स्वामित्व की जमीन पर कुछ स्थानीय दबंग लोगों के द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है। इस पर एसडीएम महिदपुर को जाँच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गये।
ग्राम उंडासा निवासी रामकन्या बाई ने आवेदन दिया कि उनके भाई की पत्नि के द्वारा उनके स्वामित्व के भवन के पंजीकृत दस्तावेजों में अपना नाम दर्ज करवा दिया गया है। इसे शीघ्र अतिशिघ्र हटवाया जाये। इस पर तहसीलदार उज्जैन ग्रामीण को नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
इस्कॉन मंदिर के पिछे बने कच्चे मकानों के रहवासीयों ने आवेदन दिया कि वे काफी समय से उक्त स्थान पर निवास कर रहें हैं तथा उन्हें शासन की ओर से पट्टा प्रदान किया जायें साथ ही अन्य मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध करवायी जायें। इस पर एसडीएम उज्जैन शहर को नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
इसी प्रकार कलेक्टर, अपर कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत के द्वारा अन्य मामलों में जनसुनवाई की गई।