उज्जैन, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशानुरूप विकास के लिए उज्जैन की जनता ,जनप्रतिनिधि व प्रशासन नित नए आयाम स्थापित कर रहा है । इसी क्रम में शनिवार को कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह के निर्देशन में जिला प्रशासन की टीम द्वारा सफलतापूर्वक श्री महाकाल मंदिर क्षेत्र में अधिग्रहीत भूमि से संरचनाओं को हटाने का कार्य किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से सामाजिक सामंजस्य का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए विकास के लिए प्रदेश को नई दिशा दिखाई ।
*कई संरचनाएं स्वेच्छा से नागरिकों द्वारा स्वयं भी हटाई गई*
श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग व अन्य जनसुविधाओं के विस्तार के लिए जून 2024 में भूर्जन का प्रस्ताव, 2.1 हैक्टेयर भूमि का स्वीकृत किया गया था। उक्त भूमि पर 257 स्थायी संरचनाएं निर्मित थी। उक्त 257 परिसंपत्तियों का संपूर्ण मुआवजा लगभग 34 करोड़ रुपए वितरित किया जा चुका है। जिनमें से शनिवार को लगभग 130 से 140 स्थाई संरचनाओं, मकानों को जिला प्रशासन की टीम के द्वारा हटाया गया। कई संरचनाएं स्वेच्छा से नागरिकों द्वारा स्वयं भी हटाई गई। जिला प्रशासन की टीम द्वारा नागरिकों को मदद भी की गई। एसडीएम श्री गर्ग ने जानकारी दी कि कार्य पूर्ण होने तक कार्यवाही लगातार जारी रहेगी।
*कलेक्टर श्री सिंह के निर्देशन में सभी पक्षों से समन्वय स्थापित कर सामाजिक सामंजस्य का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया गया*
कलेक्टर श्री सिंह के निर्देशन में जिला प्रशासन के द्वारा सभी से समन्वय स्थापित कर उक्त कार्य शांतिपूर्ण तऱीके से सम्पन्न करवाया जा रहा है। उक्त कार्य में पुलिस बल, नगर निगम की रिमूवल गैंग, 5 पोकलेन, 4 जेसीबी व अन्य मशीनरी की सहायता से संरचनाओं को हटाया गया।
कलेक्टर श्री सिंह के निर्देशन में एडीएम श्री अनुकूल जैन,एडिशनल एसपी श्री नीतेश भार्गव, एसडीएम श्री एल एन गर्ग व तहसीलदार श्रीमती रूपाली जैन द्वारा कार्यवाही शांतिपूर्ण तरीके से सफलतापूर्वक पूर्ण करवाई गई।