उज्जैन, पुलिस अधीक्षक उज्जैन के निर्देशन में एवं अति. पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) श्री गुरुप्रसाद पाराशर तथा नगर पुलिस अधीक्षक नानाखेड़ा श्वेता गुप्ता के मार्गदर्शन में थाना नानाखेड़ा पुलिस ने वाहन किराये पर अटैच करने के नाम पर अनुबंध कर लोगों से वाहन लेकर अन्यत्र गिरवी रखने एवं अमानत में खयानत करने वाले आरोपी जगदीश परमार को गिरफ्तार कर 21 वाहन जप्त करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की।
घटना का संक्षिप्त विवरण:
दिनांक 02.03.2025 को फरियादी शिवम पिता कमल किशोर पंवार (निवासी – 15, रामी नगर, उज्जैन) सहित अन्य 25-30 वाहन मालिकों ने थाना नानाखेड़ा पर लिखित शिकायत दर्ज कराई।
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि आरोपी जगदीश परमार ने उन्हें झांसा देकर चार पहिया वाहनों को विभिन्न सरकारी एवं निजी संस्थानों में किराये पर अटैच करने के नाम पर अनुबंध किया। अनुबंध के तहत उसने वाहन मालिकों को हर माह तय किराया देने का वादा किया।
आरोपी ने अनुबंध के अनुसार कुछ माह तक वाहन किराये का भुगतान किया, लेकिन बाद में उसने किराया देना बंद कर दिया और वाहन लौटाने से भी इनकार कर दिया। जब वाहन मालिकों ने अपने वाहनों की जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की, तो पता चला कि जगदीश परमार ने सभी वाहन अन्यत्र गिरवी रख दिए हैं और बड़ी रकम वसूल कर चुका है।
पीड़ितों ने जब आरोपी से संपर्क किया, तो उसने उन्हें लगातार गुमराह किया और धमकाने की भी कोशिश की।
आरोपी का अपराध करने का तरीका:
फर्जी कंपनी और जाली अनुबंध:
आरोपी जगदीश परमार ने खुद को एक फर्जी कंपनी “NSG प्राइवेट लिमिटेड” का संचालक बताया और दावा किया कि उसकी कंपनी को नगरपालिका और अन्य सरकारी संस्थानों में वाहनों की आपूर्ति का ठेका मिला है।
धोखाधड़ी कर वाहन एकत्र करना:
इस झूठे दावे के आधार पर, उसने कई वाहन मालिकों से अनुबंध कर उनके वाहन अपने कब्जे में ले लिए।
वाहनों को गिरवी रखकर धन अर्जित करना:
बाद में आरोपी ने उन वाहनों को ग्रामीण क्षेत्रों में 1.5 से 2 लाख रुपये की कीमत पर गिरवी रख दिया और वाहन मालिकों को इस बारे में कोई सूचना नहीं दी।
सहयोगी के माध्यम से गाड़ियों को गिरवी रखना:
इस पूरे षड्यंत्र में आरोपी लाड़सिंह निवासी देवास भी शामिल था। उसने लगभग एक दर्जन वाहनों को ग्रामीण इलाकों में गिरवी रखवाने में मदद की और गिरवी से प्राप्त राशि में से आधी अपने पास रखी, जबकि आधी आरोपी जगदीश परमार को सौंप दी।
पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई:
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार थाना नानाखेड़ा पुलिस ने आरोपी जगदीश परमार को गिरफ्तार कर कुल 21 वाहनों को जप्त कर लिया।
फरार आरोपी लाड़सिंह की तलाश जारी है।
गिरफ्तार आरोपी:
जगदीश परमार पिता नंदकिशोर परमार (उम्र 40 वर्ष), निवासी 71, डालडा चौराहा, मक्सी रोड, उज्जैन
फरार आरोपी:
लाड़सिंह पिता धनसिंह, निवासी करेड़ी माता, माकड़ोन
जप्त वाहनों की संख्या:
जप्तशुदा 21 वाहनों की कुल कीमत लगभग 02 करोड़ रुपये
वाहन नं.
वाहन नं.
1- मारुति स्वीफ्ट कार MP09DV-5920,
2-मारुति स्वीफ्ट कार MP13ZL-8648 ,
3- महिन्द्रा 3XO कार MP13ZN-5603,
4- होण्डा अमेज कार MP13ZQ-9341,
5-टाटा टाईगोर कार MP09DM-8332,
6- मारुति अर्टिगा कार MP09ZR-2685,
7- मारुति सियाज MP13CD-1319,
8- हुण्डई ओरा कार MP09DX-2938,
9- मारुति स्वीफ्ट डिजायर कार MP13ZN-1287,
10-हुण्डाई एक्सेंट कार MP13CE-4203,
11- मारुति अर्टिगा कार MP04ZS-9271,
12-हुण्डई ओरा कार MP13ZN-4864
13-बिना नं. की मारुति स्वीफ्ट कार इंजन नं. D13A2202077, चेचिस नं. MA3FJEV1500367765,
14-मरुति स्वीफ्ट डिजायर कार MP13CD0468,
15- निशान मेगनेट कार MP13ZN-8505,
16-किया कारेंस कार MP13ZD-3653,
17-बिना नं. की मारुति डिजायर कार इंजन नं. D13A3387267, चेचिस नं. MA3CZF03SJH412824,
18- मारुति स्वीफ्ट डिजायर कार MP09WF-6931,
19-हुण्डई ओरा कार MP13ZL-9059,
20-मारुति स्वीफ्ट डिजायर कार MP68C-4777,
21-हुण्डई ओरा कार MP09CR3826,
आरोपी से अन्य सहयोगियों एवं अन्य वाहनों की जानकारी निकालने हेतु न्यायालय से पीआर (पुलिस रिमांड) प्राप्त करने की प्रक्रिया जारी है। पुलिस अधीक्षक उज्जैन द्वारा पुलिस टीम को ₹10,000/- नकद इनाम देने की घोषणा की गई है।
सराहनीय कार्य:
इस पूरे प्रकरण में थाना प्रभारी नानाखेड़ा निरीक्षक नरेन्द्र कुमार यादव एवं उनकी टीम की सराहनीय भूमिका रही, जिनकी सक्रियता एवं सतर्कता से यह सफलता प्राप्त हुई।
टीम के अन्य सदस्य:
सउनि विक्रम वर्मा, सउनि सुनील गौड़
प्रआर. 1207 पीयूष मिश्रा
आर. 1728 पुष्पराज, आर. 1690 मुकेश मालवीय
आर. 1740 कमल पटेल, आर. 1105 सोहन पटेल
आर. 438 सुनील चौधरी, आर. 1392 जगदीश सोनी
आर. 1291 राहुल सोलंकी, आर. 217 विनोद परमार