उज्जैन, आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया और इंटरनेट का उपयोग बच्चों और किशोरों के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। हालांकि, इसके साथ कई प्रकार की साइबर धोखाधड़ी और खतरे भी जुड़े हुए हैं। इन संभावित खतरों को देखते हुए, *उज्जैन पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी बालक-बालिकाओं और उनके अभिभावकों से निम्न अपील की जाती है:*
*▪️बच्चों के लिए दिशा-निर्देश:*
*1. अजनबी लोगों से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें:*
किसी भी अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।
सोशल मीडिया पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी (जैसे फोन नंबर, पता, स्कूल आदि) साझा न करें।
*2. अनजान कॉल्स से सतर्क रहें:*
अगर कोई अनजान व्यक्ति कॉल करता है, तो उससे अनावश्यक या व्यक्तिगत बातचीत न करें।
कॉल करते समय उसकी मंशा और भाषा पर ध्यान दें, यदि संदेह हो तो तुरंत कॉल काट दें।
*3. वीडियो कॉल और फोटो शेयरिंग में सावधानी:*
किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ वीडियो कॉल पर बात न करें, विशेषकर तब जब आप निजी स्थिति में हों।
अपने व्यक्तिगत या संवेदनशील फोटो/वीडियो किसी के साथ भी साझा न करें।
*यह संभावना हो सकती है कि सामने वाला व्यक्ति आपकी बातचीत या वीडियो को स्क्रीन रिकॉर्ड कर रहा हो, जिसका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है।*
*▪️अभिभावकों के लिए सुझाव:*
*1. बच्चों की डिजिटल गतिविधियों पर निगरानी रखें:*
समय-समय पर अपने बच्चों के मोबाइल फोन, सोशल मीडिया अकाउंट और ब्राउज़िंग हिस्ट्री की जांच करें।
उनसे इंटरनेट उपयोग के बारे में खुलकर संवाद करें और उन्हें संभावित खतरों के बारे में जागरूक करें।
*2. साइबर जागरूकता विकसित करें:*
बच्चों को यह समझाएं कि ऑनलाइन दुनिया में सभी लोग भरोसेमंद नहीं होते।
उन्हें यह बताएं कि किसी भी असामान्य गतिविधि या व्यवहार को छिपाएं नहीं, बल्कि तुरंत अपने माता-पिता या किसी विश्वसनीय व्यक्ति को बताएं।
*3. संदेहास्पद स्थिति में त्वरित कार्रवाई करें:*
*यदि आपको लगता है कि आपका बच्चा किसी अनुचित गतिविधि में शामिल हो रहा है या साइबर खतरे की चपेट में आ गया है, तो तुरंत अपने नजदीकी पुलिस थाना या साइबर सेल से संपर्क करें।*