उज्जैन, पुलिस अधीक्षक उज्जैन के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (देहात) मयूर खंडेलवाल द्वारा सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक ठोस एवं संगठित पहल की गई है। *उज्जैन जिले के तीन प्रमुख अनुविभाग – बड़नगर, खाचरोद और नागदा – के अंतर्गत आने वाले कुल 26 ब्लैक स्पॉट्स को चिन्हित कर उन पर त्वरित कार्रवाई की गई है*। ये वे स्थल हैं जहाँ पिछले समय में बार-बार सड़क दुर्घटनाएं घटित हो चुकी हैं और जिनकी शिकायतें लगातार प्रशासन को प्राप्त हो रही थीं।
🔹यह कार्यवाही संपूर्ण सड़क सुरक्षा सुधार अभियान के अंतर्गत की जा रही है, जिसमें पुलिस विभाग के साथ-साथ *राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI), मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MPRDC), लोक निर्माण विभाग (PWD) और ट्रैफिक पुलिस की संयुक्त भागीदारी रही*।
*▪️निरीक्षण एवं सुधार कार्य की मुख्य गतिविधियाँ*:
🔸 26 ब्लैक स्पॉट्स का स्थल निरीक्षण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मयूर खंडेलवाल एवं उपस्थित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में किया गया, जिनमें एसडीओपी, एसडीएम, डीएसपी ट्रैफिक, थाना प्रभारी एवं तकनीकी अधिकारी सम्मिलित रहे।
🔸 जिन स्थानों पर दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों में सड़क की बनावट, दृश्य संकेतों की कमी या अंधेरा था, वहाँ तत्काल सुधारात्मक कार्य प्रारंभ किए गए।
🔸 आवश्यकतानुसार स्पीड ब्रेकर, रिफ्लेक्टिव साइन बोर्ड्स, कैट-आई मार्किंग, और स्ट्रीट लाइट्स की स्थापना की गई।
🔸 सड़क की मरम्मत एवं चौड़ीकरण जैसे दीर्घकालिक उपायों के लिए संबंधित तकनीकी विभागों को निर्देशित किया गया है।
🔸 एक ट्रक सामग्री (स्पीड ब्रेकर, चेतावनी संकेतक आदि) को तत्काल मौके पर भेजकर सुधार कार्य शुरू करवा दिया गया, जिससे जनसुरक्षा में कोई विलंब न हो।
🔸 रात के समय में दृश्यता बढ़ाने के लिए खासतौर पर अंधेरे क्षेत्रों में प्रकाश व्यवस्था की गई है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना न्यूनतम हो सके।
*▪️संपूर्ण अभियान का उद्देश्य:*
यह पहल केवल एक औपचारिक निरीक्षण नहीं है, बल्कि यह एक संवेदनशील और रणनीतिक कदम है, जिसका उद्देश्य जिले में सड़क सुरक्षा को प्रभावशाली रूप से सुधारना और आमजन की जीवन रक्षा सुनिश्चित करना है। यह पहल बताती है कि दुर्घटनाओं के बाद कदम उठाने की बजाय, प्रशासन अब पूर्व-निवारक रणनीति को अपनाकर समय रहते संभावित खतरों को समाप्त करने की दिशा में अग्रसर है।
*▪️संलग्न विभागों की भूमिका:*
1. ट्रैफिक पुलिस – यातायात नियंत्रण, साइन बोर्ड्स की जाँच एवं मार्गदर्शन।
2. NHAI – राष्ट्रीय राजमार्गों के ब्लैक स्पॉट्स पर तकनीकी सहायता।
3. MPRDC – सड़क के विकास एवं मरम्मत हेतु परियोजनाएँ।
4. PWD – लोक निर्माण संबंधी ढाँचागत सुधार।
*▪️पुलिस अधीक्षक उज्जैन का संदेश*:
*“हमारा लक्ष्य केवल कार्रवाई करना नहीं, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे। सड़कें केवल आवाजाही का साधन नहीं, बल्कि जीवन के लिए एक मार्ग हैं। हमारा फर्ज है कि हम इन मार्गों को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाए रखें*।”
🔹यह समन्वित कार्यवाही उज्जैन पुलिस व अन्य विभागों की सक्रियता, उत्तरदायित्वबोध और जनसुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का जीवंत उदाहरण है। आने वाले समय में इस तरह की पहलों को निरंतर जारी रखा जाएगा ताकि उज्जैन जिला “दुर्घटनामुक्त” और “सुरक्षित यातायात क्षेत्र” के रूप में एक आदर्श प्रस्तुत कर सके।