उज्जैन, आगामी अश्विन शुक्ल दशमी, विजयादशमी (02 अक्टूबर 2025) के अवसर पर भगवान श्री महाकालेश्वर की पारंपरिक सवारी अपराह्न 4 बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभा मंडप से प्रारंभ होकर नये शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई दशहरा मैदान पहुंचेगी।
जैसे ही पालकी श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंचेगी, मध्यप्रदेश सशस्त्र पुलिस बल द्वारा पालकी में विराजमान भगवान श्री मनमहेश जी को सलामी दी जाएगी।
सवारी मार्ग इस प्रकार रहेगा –
श्री महाकालेश्वर मंदिर से प्रस्थान कर गुदरी चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मंदिर, सराफा, सतीगेट, नई सड़क, दौलतगंज, मालीपुरा, देवासगेट, चामुंडा चौराहा, टॉवर मार्ग, शहीद पार्क, घास मंडी चौराहा, माधवनगर हॉस्पिटल, पुलिस कंट्रोल रूम, एलआईसी ऑफिस होते हुए लिनन/रेमंड शोरूम के समीप की गली से दशहरा मैदान पहुंचेगी।
दशहरा मैदान पर कलेक्टर एवं अध्यक्ष महोदय तथा पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा भगवान की पालकी का स्वागत एवं पूजन किया जाएगा। यहाँ कलेक्टर एवं अध्यक्ष महोदय द्वारा भगवान मनमहेश जी तथा शमी वृक्ष का पूजन परंपरानुसार सम्पन्न होगा।
पूजन उपरांत वापसी यात्रा दशहरा मैदान से गंगा होटल मार्ग, देवास रोड, तीन बत्ती चौराहा, माधव क्लब रोड, धन्नालाल की चाल, लोकनिर्माण विभाग कार्यालय, फ्रीगंज ओवरब्रिज, संख्याराजे धर्मशाला, देवासगेट, मालीपुरा, दौलतगंज चौराहा, इंदौर गेट, गदापुलिया, हरिफाटक ब्रिज, बेगमबाग और कोट मोहल्ला चौराहे से होते हुए पुनः श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।
इस सवारी में रजत ढोल का वादन, भारत स्काउट गाइड, कांग्रेस सेवा दल, मार्ग उद्घोषक आदि सम्मिलित रहेंगे। साथ ही, मार्ग पर सुरक्षा, साफ-सफाई, प्रकाश, आपातकालीन चिकित्सा तथा फायर ब्रिगेड सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ संबंधित विभागों द्वारा सुनिश्चित की जाएंगी।
सवारी उपरांत मंदिर गर्भगृह में संध्या पूजन के पश्चात श्रद्धालुओं को भगवान श्री महाकालेश्वर के श्री होल्कर (मुखारविंद) स्वरूप के दर्शन होंगे। इस अवसर पर परंपरानुसार भगवान को नवीन वस्त्र धारण कराए जाते हैं। साथ ही मंदिर के शिखर पर ध्वज परिवर्तन भी किया जाएगा।