DIG उज्जैन रेंज द्वारा अधिकारियों व कर्मचारियों को सड़क सुरक्षा एवं हेलमेट के महत्व बताते हुए हम दो हमारे दो – हेलमेट का नारा भी दिया गया

उज्जैन,उप पुलिस महानिरीक्षक उज्जैन रेंज श्री नवनीत भसीन के मार्गदर्शन एवं अध्यक्षता में दिनांक 08 नवम्बर 2025 को जिला उज्जैन में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस प्रशिक्षण में जिला उज्जैन, देवास, शाजापुर एवं आगर मालवा के विभिन्न थानों में पदस्थ प्रधान आरक्षक से लेकर उप निरीक्षक स्तर तक के अनुसंधानकर्ता अधिकारियों ने सहभागिता की।

प्रशिक्षण सत्र के दौरान अधिकारियों को CCTNS, ITSSO, E-Rakshak App, E-Shakshya App, ICJS, NAFIS, MEDLEAPR जैसे नवीन आपरेटिंग सिस्टम एवं एप्लीकेशनों के उपयोग एवं क्रियान्वयन की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। साथ ही सायबर अपराधों एवं शिकायतों की जांच प्रक्रिया, NCRP Portal, CEIR Portal एवं 1930 हेल्पलाइन के माध्यम से की जाने वाली कार्यवाही की मानक प्रक्रिया (Standard Procedure) पर भी प्रशिक्षण दिया गया।

▪️महिला संबंधी अपराधों के पंजीयन एवं अन्वेषण प्रक्रिया, बीएनएसएस की धाराओं के अनुसंधान में पालन का महत्व, साक्ष्य संकलन की विधि, एवं न्यायालयीन निर्णयों के विश्लेषण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
प्रशिक्षण के दौरान एडीपीओ श्री नितेश कृष्णन (जिला उज्जैन) द्वारा आपराधिक विधियों एवं अन्वेषण प्रक्रिया से संबंधित विषयों पर विस्तृत व्याख्यान दिया गया। वहीं जिला देवास के प्रशिक्षकों ने CCTNS एवं अन्य नवीन एप्लीकेशन प्रोग्राम्स पर तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया।
साथ ही सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक प्रतीक द्वारा सायबर अपराधों एवं शिकायतों की जांच की मानक प्रक्रिया पर अधिकारियों को मार्गदर्शन दिया गया।

*🔹हेलमेट की महत्वता*–

कार्यक्रम के अंत में उप पुलिस महानिरीक्षक द्वारा उपस्थित अधिकारियों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने, स्वयं एवं आमजन को हेलमेट पहनने के महत्व के प्रति प्रेरित करने हेतु मार्गदर्शन दिया गया। उन्होंने बताया कि हेलमेट न केवल जीवन रक्षक है बल्कि यह अनुशासन एवं जिम्मेदारी का प्रतीक भी है। प्रत्येक पुलिस अधिकारी को उदाहरण प्रस्तुत करते हुए यातायात नियमों के पालन हेतु जनता को प्रेरित करना चाहिए साथ हम हेलमेट पहनने की महत्वता को बताते हुए *”हम दो हमारे दो हेलमेट”* का नारा भी दिया गया ।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में मध्यप्रदेश में कुल 56,669 सड़क हादसे हुए, जिनमें 13,661 लोगों की मृत्यु हुई। इन मृतकों में से 53.8% दोपहिया वाहन चालक थे, जिनमें लगभग 82% लोगों ने हेलमेट नहीं पहना था।

अर्थात यदि इन 82% चालकों ने अच्छी गुणवत्ता का हेलमेट पहना होता तो अनेक जीवन बचाए जा सकते थे। इस तथ्य से स्पष्ट है कि हेलमेट जीवन की सुरक्षा का सबसे सरल व प्रभावी माध्यम है।

*🔹यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अनुसंधानकर्ता अधिकारियों की तकनीकी दक्षता, विधिक जानकारी एवं कार्यकुशलता को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा तथा अपराधों के अनुसंधान में गुणवत्तापूर्ण सुधार हेतु एक प्रभावी पहल सिद्ध होगा।*