उज्जैन, श्री गुरु तेग बहादर जी के 350 वे शहीदी पर 20,23, 24, 25 नवंबर चार दिवसीय कार्यक्रमो का आयोजन किया जा रहा है l गुरुद्वारा साहिब श्री गुरु सिंघ सभा दूध तलाई के अध्यक्ष इकबाल सिंह गांधी ने बताया कि हिंद की चादर कहे जाने वाले ,श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी ने कश्मीरी
पंडितों के धर्मांतरण रोकने एवं तिलक और जनेऊ की रक्षा के लिए,शहीद हुए l
पिलकेंद्र अरोड़ा ,यू.एस.छाबड़ा,ने बताया कि नाट्य मंचन का कार्यक्रम पंजाबी साहित्य अकादमी के निर्देशक इंदरजीत सिंह खनूजा के मार्गदर्शन में किया जा रहा है 20 नवंबर को गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा दूध तलाई परिसर में पंजाबी साहित्य अकादमी एवं गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा दूध तलाई के संयुक्त तत्वाधान में पटियाला की संस्था द्वारा नाट्य प्रस्तुति का आयोजन किया जा रहा है शाम 5:00 बजे लेकर 8:00 बजे तक का कार्यक्रम होगा l उसके उपरांत लंगर की व्यवस्था भी की गई है l
जसवंत सिंह मक्कड़ ने बताया कि 23 नवंबर को गुरुद्वारा दशमेश दरबार , नानाखेड़ा सुखमनी साहब का पाठ एवं शबद कीर्तन किया जाएगा एवं उसके उपरांत गुरुजी का लंगर होगा l
@@ एक व्यक्ति – एक पेड़ – गुरु के नाम l @@
350 वृक्ष धरती को उपहार
सिख समाज के संभागीय प्रवक्ता एस.एस.नारंग ने बताया कि 24 नवंबर को प्रातः10:00 बजे सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के कृषि विभाग परिसर मैं श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी को समर्पित उद्यान में 350 पौधारोपण मुख्य अतिथि डॉ .अर्पण भारद्वाज एवं सभी समाज के प्रतिनिधियों द्वारा किया जाएगा l
चरणजीत सिंह कालरा ने बताया कि 25 नवंबर को गुरुद्वारा सुख सागर में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है l समाप्ति के उपरांत लंगर का आयोजन भी किया गया l
सिख समाज के संभागीय प्रवक्ता एस.एस.नारंग ने बताया कि सिख पंथ के नवे गुरु श्री गुरु तेग बहादर जी की महान शहादत अद्वितीय शौर्य गाथा है l ऐसी घटना का उदाहरण मानवता के इतिहास में या धर्म की आजादी के समुचित इतिहास में मिलना कठिन है जब किसी दूसरे धर्म ( हिंदु धर्म )के अनुयायियों पर बने धर्म संकट को रोकने के लिए किसी महान शख्सियत ने अपना बलिदान दिया हो इसलिए श्री गुरु तेग बहादर- * हिंद की चादर *कह कर याद किया जाता है l
कश्मीरी ब्राह्मण का एक दल पंडित कृपाराम के नेतृत्व में अपनी फरियाद लेकर श्री गुरु तेग बहादुर जी के दरबार में आया l कश्मीर में औरंगजेब के धार्मिक अत्याचारों का विवरण दिया पंडित कृपाराम जी ने गुरु जी से अर्ज किया कि मुगल शासक हिंदुओं को जबरन मुसलमान बना रहा है हमारी रक्षा करें l
श्री गुरु तेग बहादुर जी ने पंडित कृपाराम और उनके साथियों को आश्वासन दिया कि अगर कोई तुम्हारा धर्म परिवर्तन करवाने आए तो हमारे बारे में कहना की पहले हमें( श्री गुरु तेग बहादुर साहब जी ) को इस्लाम कबूल करवाओ फिर हम सब मुसलमान बन जाएंगे l
दिल्ली के निकट श्री गुरु तेग बहादुर जी को गिरफ्तार कर लिया गया l श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के सामने तीन शर्ते रखी गई पहली – धर्मांतरण कबूल करें ,दूसरी – करामात करके दिखाएं तीसरी-शहादत के लिए तैयार हो जाए l गुरुजी इस सबके लिए पहले से ही तैयार थे आपने फरमाया मैं *धर्म-परिवर्तन * के विरुद्ध हूं l और *करामात * ईश्वर की इच्छा का उल्लंघन है l
गुरु जी को 8 दिन चांदनी चौक की कोतवाली में रखा गया आप पर अनेक अत्याचार किए गए परंतु आप अचल रहे गुरु जी ने कश्मीरी पंडितों के मानव अधिकारों की रक्षा हेतु औरंगजेब की कट्टरता का विरोध करते हुए दिल्ली के चांदनी चौक में शीश कटवाकर शहादत दी l
गुरुद्वारा साहिब श्री गुरु नानक घाट के प्रमुख बाबा त्रिलोचन सिंह जी सरपंच, इकबाल सिंह गांधी, चरणजीत सिंह कालरा ,पुरुषोत्तम सिंह चावला,आत्मा सिंह विग, जसवंत सिंह मक्कड़ ,महेंद्र सिंह विग,सुरजीत सिंह डग , कुलदीप कौर सलूजा, जसविंदर सिंह ठकराल ,पिलकेंद्र अरोड़ा, यू.एस.छाबड़ा , प्रमुख ग्रंथि सुरजीत सिंह ,बलविंदर सिंह नील,ऋषिराज अरोड़ा ने समूह साध संगत को सभी कार्यक्रमों में उपस्थित होने का निवेदन किया है l