उज्जैन , वापी, बलसाड़,गुजरात से पधारे श्रद्धालु श्री विजय जोशी ने मंदिर के पुरोहित समिति के अध्यक्ष प. अशोक गुरुजी की प्रेरणा से चांदी के दो चौरसे (वजन 1.00 किलो )भगवान को अर्पित किए !
इसी क्रम में पंडित श्री भूषण गुरुजी की प्रेरणा से गुप्तदान में 14.68 किलोग्राम चांदी एवं दो लाख पचास हज़ार रु दिल्ली के एक भक्तने बाबा महाकाल को अर्पित की. मंदिर से स्वर्ण शिखर की जानकारी प्राप्त बाबा को एक स्वर्ण शिखर भी चढ़ाएंगे !
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श्रद्धालुओं के लिए सीमित संख्या में भस्म आरती प्रारंभ-
मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा लगातार किये जा रहे अनुरोध के क्रम में प्रशासन द्वारा सुरक्षा व विस्तारीकरण की प्रक्रिया के चलते, सीमित संख्या में श्रद्धालुओं के लिए भस्म-आरती अनुमति प्रदान करने का निर्णय लिया गया है. तदअनुरूप प्रशासक कार्यालय के समीप स्थित भस्म आरती कॉउंटर से 100 श्रद्धालु लाइन में लगकर प्रातः 10.00 बजे निःशुल्क अनुमति प्राप्त कर संकेंगे. वंही पूर्व की तरह बची जगह व मंदिर के पुजारी-पुरोहित गण, प्रोटोकाल अन्तर्गत रु 200 दान राशि प्रति व्यक्ति जमा कर अनुमति प्राप्त कर सकेंगे.सभी श्रद्धालुओं को स्वयं उपस्थित होकर,मूल आई डी देना होगी जिसपर फोटो लेकर अनुमति जारी की जायेगी !