भारतीय मजदूर संघ ने 47 सूत्री मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा

उज्जैन। भारतीय मजदूर संघ के वरिष्ठ मदनलाल शर्मा, शिवचरण शर्मा सहित विभिन्न संगठनों का प्रतिनिधित्व कर रहे प्रतिनिधियों ने प्रांतीय आह्वान पर अपने न्यायोचित मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इसके पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारियों ने सभी संगठन से पधारे पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। साथ ही मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री दक्षिण विधायक मोहन यादव एवं रमेश चंद्र शर्मा ने सभी मांगों को विस्तार से सुना एवं उसके निराकरण के लिए वरिष्ठ को अस्वस्थ किया।
जानकारी राज्य कर्मचारी संघ जिला सचिव दिलीप चौहान ने बताया कि इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ जिला इकाई अध्यक्ष किशन सिंह शेखावत, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ प्रांत अध्यक्ष मनोहर गिरी, मिल मजदूर संघ से पूर्व महापौर मदन लाल ललावत, प्रबोध सिंह चंदेल, संतोष सुनहरे, बिजली महासंघ राष्ट्रीय मंत्री आनंद शिंदे दुग्ध महासंघ से सतीश शर्मा, राज्य कर्मचारी संघ से राम सिंह बनिहार, मांगीलाल पाटीदार, राजेंद्र वर्मा, राजीव सिंह सेंगर, घनश्याम जोशी, विनोद सिंह पवार, अतुल अग्निहोत्री, घनश्याम पाठक, कन्हैया लाल बर्फ, नवीन चौहान, अशोक मालवीय, राजेंद्र वेद, श्यामसुंदर सोनी, मनोज मोरट, पंचायत सचिव महासंघ से अर्जुन सिंह सोलंकी, सतनारायण शर्मा, माखन सिंह, पीयूष जैन, पंचायत समन्वयक अधिकारी संघ से गोवर्धन सिंह पवार, केदार परिहार, श्याम चौहान, श्रीधर देसाई, मुकेश गुप्ता, इकरार मंसूरी, दीपक बैरागी, कुलदीप भूतिया, आशा एवं सहायिका कार्यकर्ता संघ से बहन सुमन आंजना, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता महासंघ से निर्मला गोस्वामी, तूफान शर्मा, हाथ ठेला फुटकर संघ से संजय सिंह चौहान कंस्ट्रक्शन संघ से लक्ष्मीनारायण रजत, कृषि संविदा अधिकारी कर्मचारी संघ से राजेश चौहान, अंकुश गुप्ता, अध्यापक संविदा शिक्षक महासंघ प्रांताध्यक्ष प्रेम प्रकाश पंड्या स्वास्थ्य विभागीय समिति से एम आर मंसूरी, नवीन पांडे सहायक सचिव संघ से जगदीश जाधव, यशपाल सिंह परिहार संस्कृत विद्यालय से प्रदीप झा, दिलीप पटेरिया स्टेट फार्मेसी संभागीय अध्यक्ष समीर सिंह आंगनवाड़ी जिला अध्यक्ष उम्मीद तोमर, माया जोशी नागदा से ज्योति सिंह राठौर, राज कुमार सिसोदिया, कृष्ण सिंह तवर आदि सैकड़ों मजदूर संगठन एवं कर्मचारी संगठन के सदस्य उपस्थित थे। श्री चौहान ने बताया कि सरकार ने हमारी न्याय उचित मांगों पर विचार नहीं किया तो कर्मचारी एवं श्रमिक वर्ग भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में 7 मार्च को भोपाल में जंगी प्रदर्शन एवं आंदोलन के लिए बाध्य रहेगा।