11 लाख 71 हजार 78 दीये जलाकर उज्जैन बना नम्बर वन, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में हुआ नाम दर्ज, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा हर साल इसी तरह मनेगी शिवरात्रि

उज्जैन । उज्जैन शहर के लिये आज का दिन गौरव का दिन साबित हुआ। उज्जैन की जनता ने रामघाट, दत्त अखाड़ा, नृसिंह घाट, गुरूनानक घाट, सुनहरी घाट पर एकसाथ 11 लाख 71 हजार 78 दीये जलाकर विगत नवम्बर में अयोध्या में बनाये गये 9 लाख 41 हजार के दीप प्रज्वलन के रिकार्ड को तोड़कर नया रिकार्ड स्थापित कर दिया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर भोपाल से अपने साथ लाये 15 दीयों को रामघाट पर पत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान के साथ प्रज्वलित कर शिव ज्योति अर्पण कार्यक्रम की शुरूआत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में हर साल इसी तरह शिवरात्रि मनेगी।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर कहा कि महाकाल महाराज की कृपा और आम जनता की भक्ति, श्रद्धा व तपस्या से आज महाशिवरात्रि पर आज एक अनोखा रिकार्ड स्थापित करने का सौभाग्य मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान महाकाल उज्जैन नगरी पर कृपा की वर्षा करें, सभी सुखी हों, सभी निरोग हों और सबका कल्याण हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी वैभवशाली, सम्पन्न व शक्तिशाली राष्ट्र का निर्माण करने में संलग्न हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री युक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिये मिशन गंगा अभियान का सफल संचालन कर रहे हैं।

उज्जैन का जन्मदिन गुड़ी पड़वा (वर्ष प्रतिपदा) को मनेगा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम भगवान महाकाल के चरणों में प्रणाम करते हैं। देवाधिदेव महाकाल ऐसे देव हैं, जिनकी नजरों में कोई छोटा-बड़ा नहीं है। भोले भण्डारी आशुतोष भगवान केवल बिल्वपत्र की भेंट पाकर प्रसन्न हो जाते हैं। उन्हें छप्पन भोग नहीं चाहिये। वे भांग-धतूरे से ही खुश होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं प्रदेशवासियों से अपील करना चाहता हूं कि भगवान शंकर ने जिस तरह से विष पीया, दुनिया को बचाने के लिये संघर्ष किया और नीलकंठ कहलाये, ऐसे ही हम सोचें की दूसरों की सेवा के लिये किस तरह त्याग करें। उन्होंने आमजन से अपील की कि भोले से शिक्षा लेना चाहिये। जिनके पास जरूरत से ज्यादा है वे जिनको जरूरत है, उनको दे दें। भगवान शिव शमशान की भस्म रमाते हैं और इस तरह वे कहते हैं कि हम सबका शरीर नश्वर है। उन्होंने कहा कि मैं उज्जैन की जनता को हृदय से धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने आज एक अभूतपूर्व कार्य किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन नगर का जन्म दिवस गुड़ी पड़वा (वर्ष प्रतिपदा) पर मनाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि न केवल अवन्तिका बल्कि प्रदेश के हर गांव, हर शहर का अपना जन्म दिवस होगा।

शिव ज्योति अर्पण कार्यक्रम में आज रामघाट पर दीप प्रज्वलन का कार्य शाम 6 बजकर 42 मिनिट से प्रारम्भ हुआ। एकसाथ 11 लाख 71 हजार 78 दीप प्रज्वलित हो उठे। 6.47 पर घाटों की रोशनी बिजली बन्द कर दी गई और दीपों की रोशनी से शिप्रा तट नहा उठा। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के प्रतिनिधि द्वारा दीप प्रज्वलन की गणना 6 बजकर 53 मिनिट से प्रारम्भ की गई और गणना के कुछ समय बाद जैसे ही गिनीज बुक के श्री निश्चल बारोट द्वारा यह घोषणा की गई कि उज्जैन शहर ने अयोध्या का रिकार्ड तोड़ते हुए नया रिकार्ड कायम किया है तो शिप्रा के घाटों पर मौजूद लाखों लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। ठीक इसके बाद जमकर आतिशबाजी की गई।

दीप प्रज्वलन के बाद मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, उनकी धर्मपत्नी एवं अन्य अतिथियों द्वारा शिप्रा में नौका विहार करे दीपों की अनुपम छटा का अवलोकन किया गया। मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, प्रभारी तथा वित्त एवं वाणिज्य मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायक श्री पारस जैन, विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान, मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री माखनसिंह, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, नगर निगम आयुक्त श्री अंशुल गुप्ता, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री आशीष पाठक, पूर्व सांसद प्रो.चिन्तामणि मालवीय, पूर्व विधायक श्री सतीश मालवीय, श्री विवेक जोशी, श्री जगदीश अग्रवाल, श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, श्री विशाल राजौरिया, श्री संजय अग्रवाल, श्री जगदीश पांचाल, श्री इकबालसिंह गांधी और अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे। कार्यक्रम के अन्त में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने आभार प्रकट किया।