उज्जैन , विश्व प्रसिद्ध, प्रमुख ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर में साधु संत के आगमन, पूजन-दर्शन, यज्ञ-हवन की सम्माननीय परम्परा निरन्तर जारी है. मन्दिर प्रशासक श्री गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि मंदिर में पधारने वाले पुज्यनीय साधु, संत, महात्माजन के दर्शन, पूजन आदि की सम्माननीय परंपरा निरन्तर जारी है. पुज्यनीय साधु, संत, महात्माजी व विभिन्न पूजारीगण, पुरोहित गण सभी धर्मपताका के संवाहक होकर हम आमजन के लिए ईश्वर प्राप्ति के पथ प्रदर्शक हैं. मंदिर में उनका आगमन हमारा सौभाग्य होकर हमे सेवा का अवसर प्रदान करता है. मन्दिर के सभी कर्मचारी, अधिकारीगण विशेष रुप से सत्कार कक्ष को साधु संतों की सेवा व सुलभ दर्शन पूजन की ज़िम्मेदारी सौंपी जाकर उन्हें प्रशिक्षित भी किया गया है!
नई दर्शन व्यवस्था से सभी प्रसन्न-
मंदिर प्रशासक श्री धाकड़ ने आज स्टाफ सदस्यों के साथ नई दर्शन व्यवस्था की समीक्षा की व सुधार हेतु आवश्यक निर्देश दिए. नए दर्शन मार्ग पर समुचित प्रकाश व्यवस्था हेतु नगर-निगम को भी सुचित किया गया है. मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष व जिला कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने बताया कि उज्जैन शहर एक संस्कारधानी होकर यंहा वर्ष भर विभिन्न धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते रहने से उज्जैन के सभी नागरिकगण आतिथ्य सत्कार से ओत-प्रोत होकर सेवा भावना से भरे रहते हैं जो कि अपने आप मे एक अनूठी मिसाल है. देश विदेश व दूरदराज से आने वाले दर्शनार्थीगण से इस बाबत लगातार फीड बैक मिलता रहता है.
श्रद्धालुगण उज्जैन की पर्वभरी परंपराओं में आम पुलिसकर्मी के सहयोगात्मक व्यवहार व मार्गदर्शक की भूमिका की भी सदैव सराहना करते हैं!