वर्मी कम्पोस्ट कार्यक्रम आयोजित

उज्जैन। जन शिक्षण संस्थान उज्जैन द्वारा स्वच्छता पखवाड़े के अन्तर्गत 22 जुलाई को जल प्रबंधन एवं खाद निर्माण करना कार्यक्रम का आयोजन संस्थान की निदेशक अनिता सक्सेना के निर्देशन में कृषि विज्ञान केन्द्र उज्जैन विक्रम नगर में किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. आर.पी. शर्मा (संस्था प्रमुख), डॉ. रेखा तिवारी (वरिष्ठ वैज्ञानिक), डॉ. दिवाकर सिंह तोमर (वरिष्ठ वैज्ञानिक), डॉ. एस.के. कौशिक (वरिष्ठ वैज्ञानिक), राजेंद्र गवली आदि उपस्थित थे। इनके द्वारा जल प्रबंधन एवं खाद निर्माण के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि जल प्रबंधन से तात्पर्य है कि जल संसाधनों के इष्टतम प्रयोग से हैं और जल की लगातार बढ़ती मांग के कारण देशभर में जल के उचित प्रबंधन आवश्यकता कई वर्षों से महसूस की जा रही है। जल प्रबंधन के तहत पानी से संबंधित खतरे जैसे सूखा बाढ़ एवं संदुषण आदि के प्रबंधक को भी शामिल किया गया है। कम्पोस्ट एक प्रकार की खाद है जो जैविक पदार्थों के अपघटन एवं पुन:चक्रण से प्राप्त की जाती है। यह जैविक खेती का मुख्य घटक है। कम्पोस्ट बनाने का सबसे सरल तरीका है – नम जैव पदार्थों (जैसे पत्तियाँ, बचा-खुचा खाना आदि) का ढेर बनाकर कुछ काल तक प्रतीक्षा करना ताकि इसका विघटन हो जाए। मानव जगत बचाने एवं सूखा बाढ़ आदि से बचने के लिए हमें जल प्रबंधन एवं खाद निर्माण (वर्मी कम्पोस्ट) को अपनाना चाहिए एवं अधिक से अधिक लोगों एंव ग्रामीण क्षेत्रों को इसके उपयोग करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। कार्यक्रम में सहा. कार्यक्रम अधिकारी पंवार, दिलीप सिंह चावड़ा, निलेश बौरासी एवं अधिक से अधिक संख्या में स्थानीय लोग एवं उपस्थित थे।