महापौर ने 40 मिनट में कतार में लग बाबा महाकाल के दर्शन किए व्यवस्थाओं को सूक्ष्मता से जाना

उज्जैन, महाकालेश्वर मंदिर में जिस तरह प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है मंदिर प्रशासन द्वारा भी श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाएं की गई है। महापौर श्री मुकेश टटवाल द्वारा रविवार को आम श्रद्धालुओं की तरह लाइन में लगते हुए बाबा महाकाल के दर्शन सुगमता पूर्वक किए।
महापौर श्री मुकेश टटवाल ने रविवार को बाबा महाकालेश्वर के दर्शन 40 मिनट में आम श्रद्धालु की तरह लाइन में लगकर किए। महापौर श्री टटवाल 3:30 बजे दर्शन के लिए लाइन में लगे और 4:10 बजे मात्र 40 मिनट में सुगमता पूर्वक दर्शन हो गए तत्पश्चात प्रशासक कार्यालय में प्रशासक से चर्चा की गई जहां बताया कि मंदिर परिसर के अंदर नंदीहाल के पीछे जो बेरीकेट खाली रखे हुए हैं वहां से भी श्रद्धालुओं को सुगमता पूर्वक दर्शन करवाया जाए एवं दर्शन के समय जो भी कमियां देखने को मिली उससे मंदिर प्रशासक को अवगत करवाया।
महापौर श्री टटवाल ने सर्वप्रथम जूता स्टैंड पर कार्यरत कर्मचारी को समझाईश दी की अपना परिचय पत्र लगाकर ही कर्तव्य स्थल पर उपस्थित रहे साथ ही परिचय पत्र में हिंदी में नाम अंकित होना चाहिए।

मोबाइल काउंटर पर मोबाइल जमा करते समय श्रद्धालुओं से विनम्रता पूर्वक एवं संयमित व्यवहार करें।

जहां से श्रद्धालुओं की कतार प्रारंभ होती है वहां पर गार्ड की नियुक्ति की जाए साथ ही गार्ड के पास अनाउंसमेंट का सेट होना चाहिए जिससे वह श्रद्धालुओं को रास्ता बता सके।

अंदर कतार में लगते समय कुछ कमियां पाई गई जहां छोटे छोटे डस्टबिन रखे जाना चाहिए श्रद्धालु मंदिरों की दीवारों पर ना थूके इस हेतु सूचना पट्टीका लगाई जानी चाहिए की मंदिर में स्वच्छता का ध्यान रखा जाए।

प्रतिबंध के बावजूद भी कुछ श्रद्धालु जन चोरी-छिपे मोबाइल ले जा रहे हैं साथ ही जेब में गुटका पाउच तंबाकू की पुड़िया भी पाई गई जिसे गहनता से जांच करते हुए वहीं जप्त की जाए।

वृद्धजनों के लिए मंदिर प्रशासक पृथक से व्यवस्था करें वह भीड़भाड़ से बचते हुए सुगमता पूर्वक दर्शन करें ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए।

महापौर द्वारा उक्त कमियों को मंदिर प्रशासक श्री सोनी को बताया गया। मंदिर प्रशासक द्वारा महापौर द्वारा बताए गए विषयों को त्वरित संज्ञान में लेते हुए व्यवस्थाएं दुरुस्त करने हेतु आश्वस्त किया गया साथ ही यह भी कहा कि आपके द्वारा जिस प्रकार आम श्रद्धालु बनकर दर्शन किए हैं एवं जो कमियां पाई गई है निश्चित ही उसे सुधारा जाएगा।