रुक्मिणी विवाह प्रसंग का आयोजन

उज्जेन। श्रीमद्भागवत कथा में कथा व्यास अंकुश तिवारी महाराज ने रुक्मिणी विवाह प्रसंग को सरल भाषा में बताते हुए बताया कि मीरा ने जब माता से पूछा कि माँग में सिंदूर क्यों भरते हैं, तो माता ने बताया कि पति की लंबी उम्र के लिए। रुक्मिणी के रूप में पूनम राजपूत ग्वालियर श्रीकृष्ण के रूप में उर्वशी सेंगर की वरमाला हुई। तब हनुमानगढ़ी में जमकर बधाईयाँ गीत के ऊपर नृत्य किया। आयोजक श्रीमती प्रभा गजेन्द्रसिंह, श्रीमती अंकुश अभिषेक सेंगर ने पांव पूजकर कन्यादान किया। अंकुश महाराज ने स्टार फोटोग्राफर राजेश सारड़ा जिस अंदाज में आते हैं और कवरेज करते हुए हंसते और हंसाते हैं। बड़े हंसमुख हैं। इस अवसर पर समाजसेवी माधवसिंह पवैया, दिनेश जैन, राजवीर यादव, मानपालसिंह पवैया, उत्तम सिकरवार ग्वालियर, नरेन्द्रपालसिंह पवैया अहमदाबाद, नरेन्द्रपालसिंह पवैया, माया जयभानसिंह पवैया, प्रज्ञासिंह पवैया, मुकेश भदौरिया द्वारा आरती के बाद प्रसाद वितरण एवं बधाई दी गई। सभी पारिवारिक एवं मित्र मंडली ने अभिषेक सेंगर को अवतरण दिवस की शुभकामनाएं दीं। जानकारी राजेश सारड़ा स्टार फोटोग्राफर ने दी।