उज्जैन, भारत उत्कर्ष, नवजागरण और वृहत्तर भारत की सांस्कृतिक चेतना पर एकाग्र *विक्रमोत्सव 2023 (विक्रम सम्वत् 2079)* के तहत नाट्य रंग कार्यक्रम का आज शुभारंभ होगा। 22 फरवरी तक चलने वाले इस नाट्य रंग के पहले दिन *’शहीद भगत सिंह’* नाटक की प्रस्तुति होगी। यह प्रस्तुति माच शैली में होगी। मालवी बोली में खेले जाने वाले इस नाटक का निर्देशन और लेखन श्री सुंदरलाल मालवीय द्वारा किया गया है। विक्रम कीर्ति मंदिर सभागार में मंचित होने वाला यह नाटक शहीद भगत सिंह के जीवन पर केन्द्रित है। नाटक में शहीद भगतसिंह का बचपन में ही क्रांतिकारी गतिविधियों में जुड़ना और सिर्फ 23 साल की उम्र में फाँसी के फंदे पर झुल जाना तथा उनकी वैचारिक प्रतिबद्धता को लेकर मुख्य रूप से दर्शाया गया है। नाट्य रंग कार्यक्रम के अंतर्गत यह प्रस्तुति महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा संस्कार भारती के सहयोग से आयोजित की जा रही है।
कल से प्रारंभ होगी राम कथा, सुख्यात कवि कुमार विश्वास बतायेंगे अपने-अपने राम*
विक्रमोत्सव 2023 अंतर्गत ‘राम कथा’ कार्यक्रम कल(21 फरवरी 2023) से आरंभ हो रहा है। 23 फरवरी तक चलने वाले इस कार्यक्रम में देश के जाने-माने कवि, लेखक *कुमार विश्वास* की प्रस्तुति होगी। पहले दिन *अपने-अपने राम*, दूसरे दिन *शंकर के राम* और अंतिम दिन *राम के शंकर* कार्यक्रम होंगे।