विक्रमोत्‍सव 2023 : कालिदास अकादमी परिसर में रंग प्रदर्शनी का शुभारंभ आज

उज्‍जैन,भारत उत्‍कर्ष, नवजागरण और वृहत्‍तर भारत की सांस्‍कृतिक चेतना पर एकाग्र विक्रमोत्‍सव 2023 (विक्रम सम्‍वत् 2079) अंतर्गत कालिदास अकादमी परिसर में आज सुबह 11:00 बजे रंग प्रदर्शनी का शुभारंभ होगा। कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि माननीय डॉ. मोहन यादव, मंत्री, उच्च शिक्षा, मध्यप्रदेश शासन, माननीय अनिल फिरोजिया, उज्जैन सांसद, माननीय पारस जैन, पूर्व मंत्री व विधायक, माननीय मुकेश टटवाल, महापौर उज्‍जैन एवं माननीय कलावती यादव, अध्‍यक्ष-नगर निगम उज्‍जैन होंगे।
वर्ष प्रतिपदा एवं उज्‍जयिनी गौरव दिवस (22 मार्च 2023 तक) तक चलने वाली रंग प्रदर्शनी में महाराजा विक्रमादित्‍य शोधपीठ द्वारा तैयार *विक्रमादित्‍य*, *भारतीय ऋषि वैज्ञानिक,वृहत्‍तर भारत का सांस्‍कृति वैभव (छायाचित्र प्रवीण कुमार पाटोद) तथा अशिवनी शोध संस्‍थान, महिदपुर की विक्रमकालीन मुद्रा एवं मुद्रांक प्रदर्शनी को प्रदर्शित किया गया है।
सम्राट विक्रमादित्‍य के जीवन पर केन्द्रित प्रदर्शनी विक्रमादित्‍य में 50 से अधिक चित्रों को संकलित किया गया है। जिसमें विक्रमादित्‍य को शक विजेता, सम्‍वत् प्रवर्तक, वीर, न्‍याय प्रिय, प्रजावत्‍सल दिखाया गया है।
इस श्रृंखला में दूसरी प्रदर्शनी भारतीय ऋषि वैज्ञानिकों पर आधारित है। भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा पर कोई 79 चित्रों को देशभर के चित्रकारों ने तैयार किया है। यह प्रदर्शनी भारतीय ऋषियों द्वारा दिये गये वैज्ञानिक योगदान को बताती है और यह स्‍पष्‍ट करती है कि भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा कितनी समृद्ध थी।
विश्‍व में भारत के सांस्‍कृतिक वैभव के अवशेषों को छायाचित्रों के माध्‍यम से सामने लाने का काम भोपाल के श्री प्रवीण कुमार पटोद द्वारा किया गया है। कोई 113 छायाचित्रों को संकलित कर उन्‍होंने यह प्रदर्शनी तैयार की है। जिसमें 20 से अधिक देशों के मंदिर शामिल है।
इन सबके बीच एक प्रदर्शनी विक्रमकालीन मुद्रा एवं मुद्रांक की भी है जो उस काल की मुद्राओं तथा मुद्रांक पर आधारित है। अश्विनी शोध संस्थान, महिदपुर के इस संग्रह में ईसा पूर्व प्रथम शताब्दी से लगाकर वर्तमान की मुद्राओं का एक बेहद दर्शनीय संग्रह मौजूद है।
उज्‍जयिनी के लोगों के लिए यह प्रदर्शनी रोजना सुबह 11:00 से रात 8:00 बजे तक अवलोकनार्थ खुली रहेगी।