उज्जैन, नगर निगम की आय का मुख्य स्रोत संपत्ति कर है, निगम अमले द्वारा समस्त झोन कार्यालय अंतर्गत विशेष अभियान चलाकर संपत्ति कर वसूली का कार्य किया जा रहा है एवं बड़े बकायेदारों को कर जमा करने के लिए अंतिम सूचना पत्र जारी किए जा रहे हैं वही जिन बड़े बकायेदारों द्वारा फिर भी अपना बकाया संपत्ति कर जमा नहीं किया जा रहा है उनके विरुद्ध कुर्की की कार्यवाही की जा रही है।
अपर आयुक्त श्री आदित्य नागर ने बताया कि समस्त झोन कार्यालयों द्वारा संपत्ति कर वसूली का विशेष अभियान चलाकर संपत्ति कर वसूली का कार्य किया जा रहा है मंगलवार को 8 लाख 27 हजार नगद एवं 18 लाख रुपए का संपत्ति कर चेक के माध्यम से प्राप्त किया जा चुका है साथ ही ऐसे बड़े बकायेदारों जिन्होंने अभी तक अपना संपत्ति कर जमा नहीं कराया है उन्हें अंतिम सूचना पत्र जारी किए जा रहे हैं इसके बाद भी वे अपना संपत्ति कर जमा नहीं करते हैं तो उनके विरुद्ध कुर्की की कार्यवाही की जाएगी। मंगलवार को भी बड़े बकायेदारों जिन्हें अंतिम सूचना पत्र जारी किए गए थे उनके द्वारा अपना बकाया संपत्ति कर जमा नहीं करने पर उनके विरुद्ध कुर्की की कार्यवाही की गई है साथ ही अन्य बकायादारों को भी 24 घंटे का अंतिम सूचना पत्र जारी किए गए है, यह कार्यवाही सतत जारी रहेगी। अपर आयुक्त श्री नागर ने बताया कि करदाताओं की सुविधा के लिए नगर निगम द्वारा डिजिटल वेन का भी संचालन किया जा रहा है जो डोर टू डोर संपत्ति कर वसूली का कार्य कर रही है इससे नागरिकों को कार्यालय के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे।
राजस्व विभाग प्रभारी डॉ. योगेश्वरी राठौर एवं अपर आयुक्त श्री आदित्य नागर ने शहर के सम्मानित करदाताओं से अपील की है कि वह अपना बकाया संपत्ति कर जमा करा कर शहर विकास में अपना योगदान दें एवं कुर्की तालाबंदी जैसी कार्यवाही से बचे।