उज्जैन। उज्जैन जिला गेहूं के अग्रणी उत्पादक जिलों में शामिल है। इस वर्ष गेहूं की फसल की अच्छी आवक को देखते हुए भंडारण और रखरखाव हेतु राज्य शासन ने नई योजना लागू की, जिसमें किसानों का अनाज तथा खरीदी गए उपज को सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से रखा जा सके।
अजेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि इसके अंतर्गत सार्वजनिक वितरण प्रणाली के उपयोग सहित वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। भारतीय खाद्य निगम, जिला खाद्य विभाग व आदि अन्य विभाग शामिल रहे। एमपीडब्ल्यूएलसी जिला उज्जैन के तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला डीके हवलदार के मुख्य अतिथि में व एसडी कटारे की अध्यक्षता तथा श्री पांडे जिला खाद्य अधिकारी, श्री मुवेल कृषि विभाग उज्जैन के विशिष्ठ अतिथि में कार्यशाला संपन्न हुई। इस अवसर पर जिला निजी वेयरहाउस ऑनर्स एसोसिएशन उज्जैन के संरक्षक जगदीश चंद्र लड्ढा, डीपी भाईजी अध्यक्ष जिला निजी वेयरहाउस ऑनर्स एसोसिएशन उज्जैन, पंकज जैन (उपाध्यक्ष), राधेश्याम गहलोत, अखिलेश बरोड़, बड़नगर, शिवनारायण पोरवाल, महिदपुर, दरबार सिंह सोलंकी (घट्टिया), नारायण पाटीदार (तराना), भूपेंद्र पंड्या बड़नगर, गुड्डू पटेल (माकड़ौन), मुकेश पाटीदार, अजेन्द्र त्रिवेदी (उज्जैन), भगवानदास एरन, भारत फुलवानी, अमय त्रिवेदी, सिबाम अबेदली (बरनेगर) सहित जिले के वेयरहाउस संचालक ने सुझाव दे कर जेवीएस योजना में सुधार करने की मांग वरिष्ठ अधिकारियों से की है। कार्यशाला के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत डीपी भाईजी, अध्यक्ष जिला निजी वेयरहाउस ऑनर्स एसोसिएशन उज्जैन द्वारा बुके देकर किया गया। कार्यशाला का संचालन अविनाश व्यास (जिला प्रबंधक) एमपीडब्ल्यूएलसी उज्जैन ने किया एवं आभार श्री सावरिया ने माना।