उज्जैन । मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा महाकाल की नगरी उज्जैन में होमस्टे योजना को लेकर विशेष अभियान की शुरुआत की गई। अभियान के पहले दिन होमस्टे योजना संबंधित जागरूकता को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन एसडीएम उज्जैन शहर श्रीमती कल्याणी पांडे के मुख्य आतिथ्य में किया गया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि वैकल्पिक आमदनी के लिए होमस्टे योजना बहुत ही महत्वपूर्ण है। कार्यशाला में शामिल प्रतिभागियों से उन्होंने कहा कि उज्जैन में महाकाल लोक के कारण आगंतुकों की संख्या काफी बढ़ गई है। इसको को देखते हुए होमस्टे जैसी व्यवस्था की आवश्यकता है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस दिशा में पहल करनी चाहिये। इससे स्थानीय संस्कृति से लोग रूबरू होंगे। हमारे अतिथि सत्कार की परंपरा से भी लोग जुड़ सकेंगे। जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद उज्जैन के माध्यम से होमस्टे योजना से जोड़ने वाले सभी लोगों को मदद की जाएगी। साथ ही एमपी टूरिज्म बोर्ड की होमस्टे की टीम विशेषकर मदद के लिए तत्पर रहेगी।
उल्लेखनीय है कि तीन दिन के अभियान के तहत उज्जैन में होमस्टे को लेकर बेहतर प्रतिसाद मिला है। इसके तहत 260 लोगों ने पंजीयन करवाया। बुधवार को चार अलग-अलग सत्रों में होमस्टे योजना की बारीकियों से परिचित करवाया गया। साथ ही उसके लाभ और प्रेरकों को मिलने वाले लाभ के बारे में भी जानकारी दी गई। इस मौके पर जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद उज्जैन के नोडल अधिकारी अरुण शर्मा सहित जिला शहरी विकास अभिकरण के सहायक सामुदायिक विकास अधिकारी ओम प्रकाश बरुआ भी मौजूद रहे। इस मौके पर मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की ओर से होमस्टे योजना के सलाहकार प्रशांत छिरोलिया ने होमस्टे योजना की जानकारी और प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि होमस्टे योजना किस तरह से प्रासंगिक है और उससे किस तरह से उज्जैन के लोगों को लाभ मिल सकता है।
उल्लेखनीय है कि इस अभियान के तहत 16 और 17 मार्च को विशेष रूप से होमस्टे योजना के लिए 10 से 15 संभावित यूनिटी का निरीक्षण किया जाएगा। इस निरीक्षण के तहत जो आकलन सामने आएगा उसके अनुसार होमस्टे में परिवर्तित करने के लिए प्रक्रिया समझाए जाएगी।