उज्जैन: उज्जैन शहर की जल प्रदाय व्यवस्था के साथ ही नागरिकों को पेयजल को लेकर किसी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए शनिवार को महापौर श्री मुकेश टटवाल, नगर निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह, जलकार्य समिति प्रभारी श्री शिवेन्द्र तिवारी एवं पीएचई के अधिकारियों के साथ गंभीर डेम का निरीक्षण करते हुए जल आपूर्ति की स्थिति देखी।
ग्रीष्म ऋतु में शहर में जल प्रदाय व्यवस्था में किसी प्रकार की समस्या ना हो इसको दृष्टिगत रखते हुए शनिवार को महापौर श्री मुकेश टटवाल, निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह, जल कार्य समिति प्रभारी श्री शिवेन्द्र तिवारी ने पीएचई के अधिकारीयों के साथ गंभीर डेम का निरीक्षण किया तथा डेम के जल स्तर के साथ ही अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को देखा।
महापौर श्री टटवाल को पीएचई के अधिकारीयों ने बताया कि गंभीर डेम में वर्तमान 775 एमसीएफटी जल स्तर है एवं प्रतिदिन 9 एमसीएफटी पानी शहर में सप्लाई किया जाता है, यदी इस तरह से प्रतिदिन जलापूर्ति की जाए तो 75 दिन का पानी गंभीर डेम में शेष है। इस पर महापौर श्री टटवाल ने कहा कि शहरवासियों को जलापूर्ति की समस्या ना हो ऐसी व्यवस्था की जाए, यदि एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई की जाती है तो 111 दिन तक शहर में जलआपूर्ति की जा सकती है इस पर भी विचार किया जाएगा।
वर्तमान में शहर में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या बड़ी है साथ ही बढ़ती जसंख्या के मान से प्रतिदिन जल सप्लाई व्यवस्था भी की जा रही है होटलों, धर्मशाला में भी श्रद्धालुओं की तादाद बड़ी है। इस हेतु भी जल आपूर्ति निगम द्वारा ही की जा रही है, पानी के अपव्यय को रोकने के लिए पीएचई के अधिकारियों को निर्देशित किया कि लीकेज की समस्या को रोका जाए, पेयजल सप्लाई के समय पानी के अपव्यय को रोकना शहरवासियों का भी कर्तव्य है पानी को व्यर्थ ना बहाएं।
निरीक्षण के दौरान पीएचई के कार्यपालन यंत्री श्री एन.के. भास्कर, सहायक यंत्री श्री मनोज खरात, श्री एस. के. लाड उपस्थित थे।