कावड़ यात्रा 5 जुलाई से प्रारम्भ होगी, समर्पण सेवा समिति की बैठक सम्पन्न

उज्जैन। देवों की नगरीय उज्जयिनी में बहने वाली मोक्षदायिनी शिप्रा नदी का अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग महत्व है। समर्पण सेवा समिति के द्वारा निकलने वाली कावड़ यात्रा 5 जुलाई से प्रारम्भ होगी, जो विभिन्न स्थानों से होकर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री महाकालेश्वर मन्दिर में विराजमान भगवान महाकाल का शिप्रा नदी के जल से जलाभिषेक किया जायेगा। समर्पण सेवा समिति की बैठक इन्दौर रोड स्थित मेघदूत होटल में इस आशय के विचार उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि कावड़ यात्रा सफल होगी।

बैठक में फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष श्री ओम जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि समर्पण समिति द्वारा कावड़ यात्रा 5 जुलाई को परम पूजनीय ईश्वर नंद जी महाराज उत्तम स्वामी जी के सानिध्य में आयोजित होगी। श्रावण मास में मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के जल से भूपति महाकाल महाराज का जला अभिषेक किया जाएगा। कावड़ यात्रा त्रिवेणी शनि मन्दिर से प्रारंभ होकर टॉवर चौक, देवास गेट, दौलतगंज चौराहा, कंठाल चौराहा होते हुए श्री महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचेगी। कावड़ यात्रा में हजारों ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के श्रद्धालुगण सम्मिलित रहेंगे। कावड़ यात्रा की तैयारी हेतु शुक्रवार 30 जून को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में अखिल भारतीय गुरु भक्त मंडल के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, यूडीए अध्यक्ष श्री श्याम बंसल, पूर्व सांसद प्रो.चिंतामणि मालवीय, श्री विशाल राजौरिया, पूर्व नगर निगम सभापति श्री सोनू गेहलोत, श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, श्री ओम जैन, श्रीराम भागवत, श्री विजय जायसवाल, श्री इकबाल सिंह गांधी, श्री ओम खत्री, श्री तुषार पवार, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।