नमामि गंगे को एमआईसी की स्वीकृति

उज्जैन: मेयर इन काउन्सिल या परिषद के समक्ष विचारार्थ रखे जाने वाले प्रस्ताव विस्तृत एवं स्पष्ट होकर समस्त जानकारी से परिपूर्ण होना चाहिए। प्रत्येक प्रस्ताव प्रभारी सदस्य के माध्यम से अग्रेषित हो।
यह निर्देश महापौर श्री मुकेश टटवाल ने दिये हैं। एमआईसी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए महापौर ने नमामि गंगे योजना और ग्राण्ड होटल परिसर की भूमि को विक्रय किये जाने सम्बंधी प्रकरणों पर विस्तार से चर्चा की। आपने नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत पीलिया खाल और भेरूगढ़ नाले से निकलने वाले दूषित जल को क्षिप्रा नदी में मिलने से रोकने हेतु 92.78 करोड की अवरूद्ध एवं परिवर्तन योजना तथा ग्राण्ड होटल परिसर के वर्तमान जीर्ण-शीर्ण भवनों को हटाकर भूमि को विक्रय किये जाने सम्बंधी प्रस्तावों को सूक्ष्मता से समझा गहन विचार विमर्श किया और अपेक्षित स्वीकृति प्रदान की।
नगर निगम में आउट सोर्स कर्मचारियों की पदस्थी हेतु नियुक्त आउटसोर्स एजेन्सी मे. डायमण्ड सिक्यूरिटी पर्सनल एवं मे. ईगल हंटर साल्युशन की अनुबंध अवधि को 3 माह के लिये बढ़ाते हुए दो वर्ष की अवधि हेतु तत्काल नवीन निविदा जारी करने की स्वीकृति एमआईसी द्वारा प्रदान की गई।
इसी प्रकार सफाई कर्मचारियों के सेवा निवृत्त होने पर उनके स्थान पर परिवार के किसी सदस्य को शासन के आउट सोर्स सम्बंधी निर्देश के तहत परम्परागत नियुक्ति दिये जाने सम्बंधी प्रकरणो को तथा गौतम मार्ग चौड़ीकरण मुआवजा सम्बंधी प्रकरणो को भी प्रस्ताव अनुसार स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह, एमआईसी सदस्य श्री शिवेन्द्र तिवारी, श्री रजत मेहता, श्री प्रकाश शर्मा, श्री सत्यनारायण चौहान, श्री कैलाश प्रजापत, श्री जितेन्द्र कुवाल, श्री अनिल गुप्ता, डॉ. योगेश्वरी राठौर, श्रीमती दुर्गा शक्ति सिंह चौधरी, श्रीमती सुगन बाबुलाल वाघेला, अपर आयुक्त श्री आदित्य नागर, निगम सचिव एवं अपर आयुक्त श्री आर.एस. मण्डलोई के साथ अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।