होमगार्ड/एसडीईआरएफ के जवानों ने श्रद्धालुओं को डूबने से बचाया

उज्जैन । डिस्रिक्ट कमांडेंट/एसडीईआरएफ श्री संतोष कुमार जाट ने जानकारी दी कि सोमवार 17 जुलाई को सोमवती अमावस्या पर्व पर शिप्रा के विभिन्न घाटों पर भारी संख्या में विभिन्न स्थानों से आये श्रद्धालुओं ने स्नान किया। इसे ध्यान में रखते हुए होमगार्ड विभाग के द्वारा रामघाट, भूखी माता घाट, गऊघाट, सिद्धवट घाट, सोमतीर्थ घाट, मंगलनाथ घाट, केडी पैलेस सहित विभिन्न घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये थे। होमगार्ड और एसडीईआरएफ के लगभग 120 जवानों की आपदा उपकरणों सहित तैनाती की गई थी। शिप्रा नदी के महत्वपूर्ण घाटों पर पांच मोटर बोट निरन्तर चलाई जा रही थी।

रामघाट पर सुबह स्नान कर रहे श्रद्धालु विदिशा निवासी निखिल और कपिल सोलंकी गहरे पानी में जाने के कारण वे डूबने लगे। इस पर तत्काल होमगार्ड सैनिक कृष्णपाल सिंह और ईश्वर चौधरी ने कूदकर उन्हें पानी से निकाला तथा उनकी जान बचाई।

इसी प्रकार ग्राम पिपल्या निवासी 18 वर्षीय हेमलता मेवाड़ा, तराना निवासी कु.वर्षा, इन्दौर निवासी राजेश त्रिपाठी, पूनम पति पुष्पेंद्र को होमगार्ड जवानों ने डूबने से बचाया। रामघाट पर आरती स्थल पर तीन बालकों को भी सैनिक राजेन्द्र डाबी और एसडीईआरएफ के जवानों ने डूबने से बचाया। इसके लिये जिला सैनानी श्री संतोष कुमार जाट द्वारा जवानों को प्रशंसित किया गया। साथ ही उन्हें पुरस्कृत भी किया गया और पूर्ण लगन और कर्त्तव्यनिष्ठा के साथ अग्रिम ड्यूटी सम्पादित करने हेतु प्रोत्साहित किया गया।