उज्जैन: सभी 54 वार्डो में तैनात स्वच्छता अमला वार्ड की वास्तविक आवश्यकताओं के दृष्टिगत सफाई की नवीन कार्य योजना तीन दिवस में तैयार कर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।
यह निर्देश महापौर श्री मुकेश टटवाल ने दिये हैं। आपने सफाई एवं स्वच्छता विभाग से सम्बंधित समीक्षा बैठक मे स्वच्छता निरीक्षकों, मेट औैर दरोगाओं से प्रत्यक्ष रूप से चर्चा करते हुए उनके अधीन आने वाले वार्डो में सफाई की वर्तमान स्थिति की जानकारी प्राप्त की। आपने पूछा कि वार्डो में सड़कों, गलियों, नाले, नालियों इत्यादि की नियमित सफाई की क्या योजना है, इस पर कोई सन्तोषजनक जानकारी प्राप्त ना होने पर महापौर ने कहा कि वैसे तो हमारा सफाई अमला अच्छा कार्य कर रहा है किन्तु इसमें बिखराव है। यदि योजनाबद्ध ढंग से कार्य किया जाए तो बेहतर परिणाम सामने आ सकते हैं।
वार्ड की वास्तविक स्थिति से वहां तैनात अमला भली भांती परिचित होता है। लिहाजा इस अमले को स्वयं वार्ड के मान से सफाई कार्य योजना तैयार करना होगी। इस कार्य योजना में धार्मिक स्थलों, स्कूलों और उद्यानों को विशेष रूप से उल्लेखित करते हुए सफाई योजना बनाएं तथा उच्च अधिकारियों के परामर्श और मार्गदर्शन में उसे क्रियान्वित करें। यह कार्य तीन दिवस में किया जाना सुनिश्चित करें।
वार्ड 36 का हवाला देते हुए महापौर ने कहा कि वह एक आदर्श वार्ड के रूप में गत कई वर्षो से स्थापित है, वहां की सफाई व्यवस्था भी एक आदर्श है। अन्य वार्डो को भी इस प्रकार की व्यवस्थाएं लागू करना चाहिए।
महापौर श्री मुकेश टटवाल ने सार्वजनिक शौचालयों औरर मुत्रालयों की स्थिति पर असन्तोष व्यक्त करते हुए नाराजगी व्यक्त की और कहा कि इन शौचालयों और मुत्रालयों का उपयोग शहर के नागरिकों के साथ ही बड़ी संख्या में बाहर से पधारने वाले यात्रीगण करते हैं। इन स्थलों पर पर्याप्त सफाई नहीं होने से निगम की छवि धूमिल होती है, लिहाज़ा आगामी तीन दिवस में शहर के समस्त शौचालयों और मुत्रालयों की सफाई व्यवस्था में पाई जाने वाली कमियां दूर करें और समूचित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करें। संबंधित अधिकारी वार्डवार बैठकें आयोजित करें जिसमें क्षैत्रीय समाज सेवियों, राजनेताओं और जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित कर उनसे परामर्श करें तथा सफाई एवं स्वच्छता के प्रति उन्हें निगम के प्रति सकारात्मक करें और इन प्रयासों के माध्यम से आम नागरिकों का सहयोग प्राप्त करते हुए सफाई एवं स्वच्छता के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करें।
खुद को दोषी समझता हूं
महापौर श्री मुकेश टटवाल ने कहा कि जब कहीं सफाई एवं स्वच्छता में कमी दिखाई देती है या कोई मुझसे शिकायत करता है तो मुझे बहुत पीड़ा होती हैं, मुझे एहसास होता है कि आखिर सफाई व्यवस्था में हम नागरिकों को सन्तुष्ट क्यों नही कर पा रहे ? मैं महापौर होने के नाते स्वयं को दोषी समझने लगता हूं।
मैं चाहता हूं कि हमारे अधिकारी और कर्मचारियों में भी यह भावना उत्पन्न हो, हम अपनी कमियां और कमजोरियां स्वयं देखकर उन्हें दूर करते हुए आम नागरिकांे की सन्तुष्टि के प्रयास करें।
जन्म मृत्यु पंजीयन शाखा के अधिकारियों को आपने निर्देशित किया कि यह शाखा भी अत्यन्त महत्वपूर्ण है। यहां प्रमाण पत्र प्राप्ती हेतु पधारने वाले नागरिकों के साथ विशेष रूप से सम्मानजनक व्यवहार किया जाना चाहिए। मृत्यु प्रमाण पत्रों के सम्बंध में महापौर श्री मुकेश टटवाल ने पुनः निर्देशित किया कि मेरे पूर्व निर्देशों के पालन में मृत्यु प्रमाण पत्र व्यक्तिशः घर घर जाकर दिये जाना हैं। इस व्यवस्था को बेहतर ढंग से लागू करने के लिये झोन स्तर पर पर्याप्त कर्मचारियों को तैनात किया जाए।
महापौर श्री मुकेश टटवाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो कर्मचारी अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर नहीं है या कार्य करना नहीं चाहते वे अपने उच्च अधिकारी को अवगत कराएं नियमानुसार उनकी व्यवस्थ की जाएगी। इसी के साथ ही सम्बंधित अधिकारी भी इस प्रकार के कर्मचारियों के सम्बंध में अपने प्रस्ताव दें ताकि निगम की कार्य व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सकें।
बैठक में सफाई एवं स्वच्छता विभाग प्रभारी श्री सत्यनारायण चौहान, उपायुक्त श्री संजेश गुप्ता, सहायक आयुक्त श्रीमती कीर्ति चौहान, स्वास्थ्य अधिकारी श्री संजेय कुलश्रेष्ठ, जनसंपर्क अधिकारी श्री रईस निज़ामी सहित स्वास्थ्य अधिकारी, स्वास्थ्य निरीक्षण आदि सम्मिलित रहे।