उज्जैन में भी बनना चाहिए संत रविदास भव्य स्मारक _ सुनील राजोरिया

उज्जैन। श्री संत शिरोमणि अहिरवार रविदास समाज संघ म.प्र. के युवा प्रदेश अध्यक्ष सुनील राजोरिया व समाज के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने गुरुद्वारा वृंदावनपुरा पर आयोजित पत्रकार वार्ता मैं बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा वर्ष 2009 में उज्जैन नगरी में की गई घोषणा तथा मुख्यमंत्री की कृपा से वर्ष 2009 से प्रतिवर्ष संत रविदास जयंती महाकुम्भ हर्षोल्लास से मुख्यमंत्री की आतिथ्य में मनाया जाता रहा है। लेकिन वर्ष 2014 के पश्चात् ना ही उज्जैन में संत रविदास महाकुंभ जयंती मनाई गई और ना ही भव्य स्मारक बनाया गया परन्तु मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं का प्रभावी क्रियान्वयन अब तक नहीं हुआ है।

उज्जैन, इन्दौर, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, नीमच, मन्दसौर, रतलाम सहित मध्यप्रदेश के समस्त जिले आस्था का केन्द्र बाबा महाकाल की नगरी में संत रविदास जी का गुरुगादी चरण पादुका स्थल प्रमुख है। विगत कई वर्षों से समाज के प्रबुद्धजन महामहिम संत रविदास जी की गुरुगादी पर दर्शन लाभ लेने हेतु संत रविदास जयंती पर उज्जैन में आते है। मुख्यमंत्री द्वारा माह फरवरी 2023 में संत रविदास जयंती सागर शहर में मनाई गई। मंच से मुख्यमंत्री द्वारा द्वितीय घोषणा की गई जिसमें 100 करोड़ रूपयों का संत रविदास मंदिर सागर में बनाया जायेगा,हमें बड़ी प्रसन्नता है कि सागर में निर्माण होने जा रहा है बड़ी अच्छी बात है! लेकिन श्री संत शिरोमणी अहिरवार रविदास समाज संघ म.प्र. मुख्यमंत्री से पुछता है कि वर्ष 2009 में की गई घोषणा का क्या हुआ ? जिसमें उन्होंने उज्जैन शहर में भव्य रविदास स्मारक बनाए जाने की घोषणा की थी। क्या रविदास समाज के साथ छलावा या धोखा है ? या लाखों की संख्या में रविदास समाज के परिवारों को निराश किया जा रहा है ।

मुख्यमंत्री से निवेदन करते है कि उज्जैन शहर में गुरूगादी चरण पादुका स्थल पर भव्य संत रविदास महाराज का 100 करोड़ की राशि का स्मारक पूर्व में की गई घोषणा अनुरूप निर्माण करवाया जावें। यदि घोषणा पर अमल नहीं होता है तो आगामी होने वाले चुनाव में परिणाम भुगतने को तैयार रहे।