उज्जैन । केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ के अधीक्षक श्री मनोज कुमार साहू द्वारा जानकारी दी गई कि आगामी रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर जेल में बन्दियों को उनकी बहनों द्वारा राखी बांधने की विशेष व्यवस्था की जा रही है। हालांकि रक्षाबंधन पर शासकीय अवकाश होने के बावजूद पूर्व वर्षों से जारी परम्परा अनुसार एवं भाई बहनों के पर्व को ध्यान में रखते हुए मुलाकात की व्यवस्था की गई है। बन्दियों से उनकी बहनों की मुलाकात एवं रक्षाबंधन विशेष सुरक्षा प्रबंध के दायरे में होंगे।
इस सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं। रक्षाबंधन पर केवल महिलाओं को मुलाकात दी जायेगी। मुलाकात का समय प्रात: 8 से दोपहर 2 बजे तक रहेगा। मुलाकात की अधिकतम समय-सीमा 15 मिनिट रहेगी। बहनों के साथ तीन वर्ष से अधिक आयुवर्ग के बच्चों को प्रवेश नहीं दिया जायेगा। मुलाकात पंजीयन हेतु फोटोयुक्त परिचय-पत्र अथवा आधार कार्ड की छायाप्रति प्रत्येक बहन के साथ होना अनिवार्य है। एक बन्दी से एक ही बार मुलाकात होगी। सभी बहनें एकसाथ आयें। स्टील की थाली जेल प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जायेगी। मुलाकात के पूर्व महिला स्टाफ को सघन तलाश देना अनिवार्य होगा। थाली में राखी, कुमकुम, चावल, फूटा हुआ नारियल, 250 ग्राम मिठाई (सांची की मिठाई जेल केंटीन से) एवं एक फल ले जाने की अनुमति होगी।
इस दौरान झोला, बैग, पर्स, केरी बैग, नगद राशि, मोबाइल, नशीली वस्तु, धारदार वस्तु और बाहर से निर्मित खाद्य सामग्री एवं मिठाई प्रतिबंधित रहेंगी। निर्देशों के विरूद्ध कार्य पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध सख्त अनुशासनात्मक एवं थाने में प्रकरण दर्ज कर अभियोजन की कार्यवाही की जायेगी।
जेल अधीक्षक ने अपील की है कि रक्षाबंधन पर्व की गरिमा बनाये रखने के लिये उपरोक्त निर्देशों का अक्षरश: पालन किया जाये। बहनें अपने बन्दी भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उपहार के रूप में बुराई त्यागने का वचन भी मांगे। जैसे आपराधिक प्रवृत्ति का त्याग करेंगे, कभी नशा नहीं करेंगे, कानून का पालन करेंगे, सदमार्ग पर चलेंगे तथा अच्छे नागरिक बनेंगे इत्यादि।