घट्टिया विधानसभा क्षेत्र से बैरवा समाज का हो उम्मीदवार _ श्री गोमे

उज्जैन, अखिल भारतीय बैरवा एकता महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत बालीनाथ सरस्वती लालचंद गोमे, मदनलाल मिमरोट (पूर्व तहसीलदार),समाज के संतगण, वरिष्ठ समाजसेवीयो ने पत्रकार वार्ता में बताया की उज्जैन में बैरवा समाज की आबादी दो लाख एवं इन्दौर, नागदा, रतलाम सहित पुरे प्रदेश में यह संख्या लाखों में है। बैरवा समाज के कार्यकर्तागण भारतीय जनता पार्टी से जुडकर पार्टी का जनाधार बढाने हेतु निरन्तर कार्य कर रहे है । परन्तु वर्षो से बैरवा समाज के कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनावों में प्रतिनिधित्व नही दिया गया है। जिसके कारण कार्यकर्ताओं में नाराजगी है तथा समाज के लोगो में आक्रोश का वातावरण पुरें प्रदेश में व्याप्त है।

ऐसी सिथती में भारतीय जनता पार्टी को उज्जैन दक्षिण के साथ ही इन्दौर व नागदा, रतलाम, देवास विधानसभा सीटों पर भारी नुकसान उठाना पड सकता है। उज्जैन की घट्टिया विधानसभा में अभी हाल ही में भारतीय जनता पार्टी की ओर से श्री सतीश मालवीय को उम्मीदवार घोषित किया गया है। जिसका पूरी विधानसभा क्षेत्र में भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। जिसके कारण पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

घट्टिया विधानसभा क्षेत्र से बैरवा समाज के योग्य, शिक्षित, प्रशासनिक अनुभाव रखने वाले विधानसभा क्षेत्र घट्टिया मे सक्रिय रहने वाले वरिष्ठ समाजसेवी आदरणीय श्री मदनलालजी मिमरोट (पूर्व तहसीलदार) द्वारा विगत् वर्ष 2013, 2018 एवं 2023 में लगातार विधानसभा के टिकिट की मांग की जा रही है परन्तु उन्हे अभी तक मौका नही दिया गया है।

आगे बताया की हम भा.ज.पा. के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री जे.पी. नड्डा जी, केन्द्रिय कार्य समिति के सदस्य माननीय श्री सत्यनारायण जी जटिया, भा.ज.पा. के राष्ट्रीय महामंत्री श्री कैलाश जी विजयवर्गीय, प्रदेश संयोजक श्री नरेन्द्रसिंह जी तौमर, प्रदेश अध्यक्ष श्री वी.डी. शर्मा जी एवं प्रदेश प्रभारी श्री हितानंदजी शर्मा, लोकप्रिय मुख्यमंत्री माननीय श्री शिवराजसिंह जी से विनम्र निवेदन करते है, कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा घट्टिया विधानसभा क्षेत्र क्रं. 215 से श्री सतीश मालवीय के क्षेत्र में घोर विरोध होने के कारण बैरवा समाज के योग्य उम्मीदवार श्री मदनलाल मिमरोट (पूर्व तहसीलदार) को विधानसभा क्षेत्र घट्टिया उज्जैन से आगामी विधानसभा 2023 के लिये उम्मीदवार घोषित किया जावें ।

यदि विधानसभा 2023 में बैरवा समाज की उपेक्षा की जाती है, तो फिर बैरवा समाज द्वारा निर्वाचन का विरोध किया जा सकता है।

समाज के संतगण, वरिष्ठ समाजसेवी एवं अखाड़ों के उस्ताद भा.ज.पा. से आग्रह करते है, कि बैरवा समाज के कार्यकर्ता को विधानसभा 2023 में उम्मीदवार बनाकर समाज को अनुग्रहित करने की कृपा करें।