उज्जैन: मुख्यमंत्री का गृह नगर होने से नगर निगम की जिम्मेदारियां बहुत बढ़ गई हैं। निगम अधिकारियों को अपना महत्व समझते हुए हमेशा मिशन मोड पर रहना होगा। निर्माण कार्यो को गुणवत्ता के साथ गति दें।
यह निर्देश निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने दिये हैं। निर्माण कार्यो से सम्बंधित एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान आपने कहा कि अब उज्जैन की स्थिति पहले जैसी नहीं, मुख्यमंत्री जी का गृह नगर होने से उज्जैन का महत्व बहुत बढ़ गया है, समूचे प्रदेश की नजरें इस शहर पर होंगी। इस दृष्टि से यहां के निर्माण और विकास कार्यों, आम नागरिकों और आगंतुकों की मूल भूत सुविधाओं का विशेष ख्याल रखना प्रत्येक जिम्मेदार अधिकारी का दायित्व है। हमें नगर निगम से सम्बंधित प्रत्येक कार्य को पूर्ण निष्ठा और समर्पण के साथ करते हुए मुख्यमंत्री जी के गृह नगर की प्रतिष्ठा को स्थापित करना है।
बैठक में निगम आयुक्त ने नगर निगम द्वारा कराए जा रहे तथा प्रस्तावित निर्माण कार्यो की सूक्ष्मता के साथ समीक्षा करते हुए समस्त सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक कार्य को अपेक्षित गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित करें।
प्रचलित कार्यो से सम्बद्ध ठेकेदारों से प्रत्यक्ष सम्पर्क करें और कार्यो को गति प्रदान करें। जो ठेकेदार समय सीमा में कार्य पूर्ण ना करें उनके विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित करें। साथ ही कार्य अन्य एजेन्सी से कराए जाने हेतु नियमानुसार कार्यवाही करें। याद रखें हमारे लिये व्यक्ति या फर्म महत्वपूर्ण नहीं कार्य का महत्व है।
खराब कार्य पुनः कराएं
निर्माण कार्यो के दौरान सतत् नज़र रखें और कार्य पूर्ण होने पर स्वयं यह प्रमाणित करें कि कार्य निर्धारित मापदण्डों अनुसार पूर्ण गुणवत्ता के साथ हुआ है यदि किसी प्रकार की कोई कमी या गुणवत्ता विहीन कार्य पाया जाए तो शर्तो अनुसार सम्बंधित से पुनः कार्य करवाया जाए।
गुणवत्ता से सम्बंधित शर्तो के पालन की ओर सम्बंधित अधिकारी तवज्जो नहीं देते यह नगर हित और निगम हित के विरूद्ध है। अब से इस ओर विशेष ध्यान दें और गुणवत्ताविहीन कार्य किसी भी दशा में स्वीकार ना किया जाए।
अतिक्रमण हटाएं
प्रचलित या प्रस्तावित निर्माण कार्यो के क्षैत्रों तथा शासकीय भूमियों पर जहां भी स्थाई या अस्थाई अतिक्रमण कर लिए गए हैं उन्हें तत्काल हटाएं। अतिक्रमण के विरूद्ध कार्यवाही में किसी विशेष आदेश/निर्देश की प्रतीक्षा ना करते हुए यह कार्य निरन्तर जारी रखा जाना चाहिए। अतिक्रमण को अपने आरंभिक स्तर पर ही हटाया जाना चाहिए संज्ञान में आने के पश्चात कार्यवाही ना करना ठीक नहीं।
लोकार्पण की तैयारी करें
प्रचलित निर्माण कार्यो में जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं तथा पूर्णतः की ओर हैं उन्हें तत्काल लोकार्पण हेतु तैयार करते हुए सूचिबद्ध करें ताकि अबिलम्ब लोकार्पित किये जाने की कार्यवाही की जा सके।