उज्जैन: इन्दौर की ओर से आने वाली कान्ह के प्रदूषित पानी का व्यवस्थित ट्रीटमेंट यदि इन्दौर से सम्बंधित जल प्राधिकारी द्वारा उचित स्थान पर कर दिया जाए तो जल प्रदूषण की समस्या समाप्त हो सकती है। अब हम इस पर कार्यवाही करेंगे।
यह बात महापौर श्री मुकेश टटवाल ने कही है। क्षिप्रा शुद्धीकरण सुनिश्चित किये जाने की चिंता लिये महापौर ने जल प्रभारी श्री प्रकाश शर्मा के साथ कान्ह नदी के विभिन्न क्षैत्रों राघो पीपलिया, त्रिवेणी क्षैत्र इत्यादि का निरीक्षण करते हुए जलप्रदूषण की वास्तविकता और इसके समाधान जानने के प्रयास किये।
कान्ह डायवर्सन योजना का राघो पिपलिया डेम पर निरीक्षण करते हुए पाया गया की इंदौर से आने वाला दूषित जल अपनी पूरी क्षमता से पूर्व में सिहस्थ में डाली गई पाइपलाइन से नहीं जा रहा है जिसके कारण डेम ओवरफ्लो होकर एवं उसके गेट लीकेज होने के कारण खान का दूषित एवं केमिकल युक्त जल लगातार त्रिवेणी बेरेज की तरफ बढ़ रहा है। जिसके कारण क्षिप्रा नदी का पूरा पानी प्रदूषित हो गया है। महापौर ने उपस्थित अधिकारियों को कान्ह नदी एवं क्षिप्रा नदी के पानी के सैंपल लेने के लिए निर्देशित किया तथा शनि मंदिर त्रिवेणी के पीछे की तरफ एसटीपी प्लांट लगाने के लिए कार्य योजना बनाने के साथ ही कान्ह नदी का पानी रोकने के लिए जल संसाधन विभाग को पत्र लिखने के लिए भी निर्देशित किया।
महापौर ने निर्देशित किया कि जो कार्य इन्दौर जल प्राधिकारी द्वारा नहीं किया जा रहा है उस पर अब हम गंभीरता के साथ ध्यान दें और राघो पिपलिया, त्रिवेणी क्षैत्रों में उपयुक्त स्थल पर स्टापडेम और ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए जाने की कार्यवाही करें। आपने सम्बंधित अधिकारियों को तत्काल इस बाबत प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
महापौर श्री मुकेश टटवाल ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री जी से इस बाबत चर्चा की है, शीघ्र ही व्यवस्थित प्रस्ताव प्रेषित कर उनसे सहयोग चाहा जा कर समस्या का समाधान करेंगे।
महापौर श्री मुकेश टटवाल ने निर्देशित किया कि क्षिप्रा पर जो बैराज है उनके संधारण की पर्याप्त व्यवस्था नही होने से बहुत कठिनाईयां होती हैं, इसलिये इन बैराज को क्षिप्रा शुद्धीकरण अन्तर्गत सम्मिलित किया जा कर व्यवस्थित संधारण सुनिश्चित किये जाने का प्रस्ताव भी तैयार किया जाए।
महापौर श्री मुकेश टटवाल ने जल प्रभारी श्री प्रकाश शर्मा से कहा कि इस पूरे प्रकरण पर पीएचई अधिकारियों के साथ बैठ कर प्रस्ताव तैयार करवाएं। आपने सम्बंधित अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि क्षिप्रा शुद्धीकरण एक महत्वपूर्ण विषय है, इस पर गंभीर होने की आवश्यकता है।
इस दौरान पीएचई के सहायक यंत्री श्री राजीव शुक्ला, श्री राजीव गायकवाड, उपयंत्री श्री जावैद कुरैशी, श्री संतोष कुमार दायमा, जनसंपर्क अधिकारी श्री अहमद रईस निजा़मी साथ रहे।