उज्जैन। आज का विद्यार्थी कल का नहीं,आज का नागरिक है। लोटी स्कूल में शिक्षा के साथ संस्कृति एवं खेलकूद गतिविधियां संचालित होती है। यहां आज का नागरिक तैयार हो रहा है। आज यदि मन में राष्ट्रभाव जाग्रत हो गया तो भविष्य में राष्ट्र के प्रत्येक क्षेत्र में राष्ट्र के प्रति समर्पण दिखाई देगा।
यह बात विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने कही। वे लोकमान्य टिळक विद्या विहार उमावि,नीलगंगा के वार्षिकोत्सव को संबोधित कर रहे थे। मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए श्री कालूहेड़ा ने आव्हान किया कि विद्यार्थी खेलों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। मल्लखंब विद्या को लोटी स्कूल ने पुर्नजीवित किया है। आज जो स्थान शिक्षा के क्षेत्र में लोटी स्कूल का है, वह अन्य जगह देखने में नहीं आता। लोटी स्कूल में शिक्षा-संस्कृति के साथ वैचारिक अनुष्ठान के बारे में भी सिखाया जाता है। यह अनुकरणीय बात है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता लोकमान्य टिळक शिक्षण समिति के अध्यक्ष किशोर खण्डेलवाल ने की। उन्होने कहाकि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने विद्यार्थियों के भविष्य के लिए नए आयाम खोले हैं। अब विद्यार्थी जीवन के जिस क्षेत्र में रूचि रखते हैं,उस विद्या का अध्ययन कर सकते हैं। उन्होने कहाकि इस समय देश में विशेष वातावरण है। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। यह दिन हममें भारतीय होने का गौरव जगाएगा। हम सभी इस दिन को पर्व के रूप में मनाएंगे। कार्यक्रम के विशेष अतिथि समिति के कार्यपालन अधिकारी गिरीश भालेराव थे।
प्रारंभ में मां सरस्वती एवं लोकमान्य टिळक के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन के पश्चात कार्यक्रम की भूमिका प्राचार्य श्रीमती अदिती तिवारी ने रखी। मंचासीन अतिथियों ने विद्यालय की वार्षिक डिजिटल पत्रिका संकल्प का प्रतिकात्मक विमोचन किया। अतिथि श्री कालूहेड़ा का शाल-श्रीफल एवं स्मृति चिंह भेंटकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर शिक्षा सत्र में सम्पन्न खेलकूद-साहित्यिक-सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियों मेें प्रावीण्यता प्राप्त विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र एवं उपहार वितरित किए गए।
संस्था के विद्यार्थियों ने मल्लखंब,रोप मल्लखंब,योग, लाठी खेल प्रदर्शन,जुम्बा, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां एवं इतिहास के पन्नों पर अमिट मणिकर्णिका की अंग्रेजों से हुई लड़ाई पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी। विद्यालय की हाउस ट्राफी आर्यभट्ट समुह को प्रदान की गई।
कार्यक्रम का संचालन छात्र आलेख शर्मा एवं छात्रा जयानि शर्मा ने किया। आभार प्राचार्य श्रीमती अदिती तिवारी ने माना।