श्री राम कथा तृतीय दिवस, भगवान श्री राम के जन्मोत्सव के समय स्वयं हनुमान जी महाराज वानर रूप में पधारे

उज्जैन,

नानाखेड़ा बस स्टैंड के पास चाणक्यपुरी गार्डन में श्री राम सेवा भक्त मंडल समिति के द्वारा चल रही संगीत में श्री राम कथा के तृतीय दिवस में वृंदावन से पधारे परम पूज्य श्री रसिकानंदन जी महाराज ने राम जी के अनेको नेक प्रसंगों के माध्यम से लोगों को सामाजिक शिक्षा देते हुए कहा कि दुनिया में सब लोग राम राज्य तो लाना चाहते हैं लेकिन कुर्सी पर राम की जगह रावण शासन करने वाले बैठेंगे तो कभी राम राज्य नहीं आएगा, राम सीखते हैं कि देश का राजा कैसा होना चाहिए, राम राज्य में स्वयं राम प्रजा के बीच में वेश बदल करके जाते और उनकी बात पता करते की कोई दुखी तो नहीं है लेकिन आज कलयुग में राजा अपने गुप्तचर को भेजते हैं बोले जाओ पता करके आओ की प्रजा में कोई सुखी तो नहीं है, यह हाल है देश के राजाओं का इसलिए देश पर शासन करने वाले नेताओं को राम का चरित्र पढ़ना चाहिए जिससे ज्ञात हो एक राजा को कैसा होना चाहिए, राजा वह नहीं जो खुद के लिए चाहिए राजा वह है जो सदैव प्रजा के लिए जिए, प्रजा के सुख में सुखी प्रजा के दुख में दुखी हो वही राम की तरह राज्य कर सकता है अन्यथा नहीं! श्री राम कथा में बड़ी संख्या में श्रोता मौज़ूद थे।
जानकारी अमित माथुर ने दी।