माननीय प्रधानमंत्री भारतीय रेलवे में 41000 करोड़ की रेल परियोजनाओं का 26 फरवरी, 2024 को शिलान्यास व लोकर्पण करेंगे

उज्जैन, भारतीय रेल आधुनिकीकरण की दिशा में और भारत सरकार के न्यू इंडिया के सपने को साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। देशभर में रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय प्रतिष्ठानों के रूप में विकसित करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस क्रम में बीच तीन स्टेशनों पर कार्य पूर्ण हो गया है। इनमें गुजरात का गांधीनगर केपिटल स्टेशन, मध्य प्रदेश का रानी कमलापति स्टेशन और कर्नाटक के बेंगलुरु का सर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनल स्टेशन शामिल है। ये स्टेशन आधुनिक भारत की भव्य तस्वीर प्रस्‍तुत करते हैं। इन स्टेशनों पर यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की गई हैं।
26 फरवरी, 2024 को माननीय प्रधानमंत्री भारतीय रेलवे में 41000 करोड़ की रेल परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकर्पण करेंगे। जिसमें अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना के अंतर्गत 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास एवं 1500 रोड़ ओवर ब्रिजों/अंडरपास का लोकार्पण/शिलन्यास शामिल है। इस कार्यक्रम के तहत रतलाम मंडल के 11 स्‍टेशनों इंदौर, उज्‍जैन, सीहोर, शुजालपुर, मक्‍सी, नागदा, खाचरोद, नीमच, मंदसौर , दाहोद, लिमखेड़ा सहित दो रोड अंडर ब्रिज का शिलान्‍यास एवं दो नवनिर्मित रोड अंडर ब्रिज को राष्‍ट्र को समर्पण किया जाएगा।
एक ऐतिहासिक पहल के अंतर्गत माननीय प्रधानमंत्री ने 6 अगस्त, 2023 को देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखीI इसी क्रम में माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 26 फरवरी, 2024 को भारतीय रेलवे में 554 रेलवे स्टेशन के रि डेवलपमेंट कार्यों का शिलान्यास किया जा रहा हैI इसके साथ ही 1500 उपरीगामी पुलों/अंडरपासों का शिलान्‍यास/उद्घाटन/राष्‍ट्र को समर्पण का भी होगा जिसमें रतलाम मंडल के 11 स्‍टेशन एवं 4 रोड अंडर ब्रिज सहित पश्चिम रेलवे के 66 स्टेशन व 208 रोड अंडर ब्रिज/रोड ओवर ब्रिज शामिल हैI
इंदौर व उज्जैन स्टेशनों का भव्य पुनर्विकास किया जा जायेगा जिससे यात्रियों को विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और यात्री सुविधा मिलेगी।
अमृत स्‍टेशन योजना के तहत रतलाम मंडल के सीहोर, शुजालपुर, मक्‍सी, नागदा, खाचरोद, दाहोद, लिमखेड़ा, नीमच एवं मंदसौर स्‍टेशनों पर पुनर्विकास कार्य के तहत यात्री प्रतीक्षालय का विस्‍तार एवं पुनर्निर्माण , पृथक प्रवेश एवं निकास द्वार , बाहरी परिक्षेत्र में सुधार , नवीन संकेतक, नवीन फर्निचर, बेंचेज आदि , 12 मी. चौड़ा पैदल ऊपरी पुल की सुविधा, नवीन बुकिंग एवं आरक्षण कार्यालय दिव्‍यांग यात्रियों के सुगम आवागमन यात्रियों के लिए रैंप एवं सतह में सुधार प्रकाश व्‍यवस्‍था में सुधार जैसे कार्य किए जाएंगे।
इसके अलावा रोड यूजरों को बेहतर सुविधा देने के लिए  रतलाम- गोधरा सेक्शन में लेवल क्रॉसिंग गेट न. 69 स्थान पर रोड ओवरब्रिज एवं नागदा- उज्जैन सेक्शन में लेवल क्रॉसिंग गेट न. 1 के स्थान पर रोड ओवरब्रिज के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया जायेगा। इसके साथ ही गोधरा- रतलाम सेक्शन पर लेवल क्रॉसिंग गेट न .49 व रतलाम – नागदा सेक्शन पर 87 पर नव निर्मित रोड ओवर ब्रिजों का लोकार्पण भी किया जायेगा। समपार फाटकों के स्‍थान पर अंडरपास के निर्माण होने से रेलवे की संरक्षा सुनिश्चित होगी, सड़क उपयोगकर्ताओं को रेल लाइन के दोनों ओर आने-जाने में सुविधा होगी, समपार पर रुकने की समस्‍या दूर होगी, सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा में वृद्धि होगी।
भारतीय विविधता की भव्यता को प्रदर्शित करते हुएये पुनर्विकसित स्टेशन नई अत्याधुनिक यात्री सुख-सुविधाओं के साथ-साथ मौजूदा सुविधाओं के अपग्रेडेशन और प्रतिस्थापन से सुसज्जित होंगे। अमृत स्टेशन योजना के अंतर्गत अवांछित ढांचों को हटाकर रेलवे स्टेशनों तक सुगम पहुंच, बेहतर प्रकाश व्यवस्था, बेहतर परिसंचरण क्षेत्र, उन्नत पार्किंग स्थान, दिव्यांगजन अनुकूल इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर, हरित ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण अनुकूल भवन आदि सुविधाएं प्रदान करना शामिल हैं।