गला काटकर किये गये अन्धे कत्ल का 36 घण्टे में महिदुपर पुलिस ने किया खुलासा

उज्जैन, घटना का संक्षिप्त विवरण :– दिनांक 01.03.2024 को थाना महिदपुर क्षेत्र के ग्राम रसुलपुरा के रहने वाले बहादुर सिंह ने थाना आकर रिपोर्ट की गाँव में रामदेव मन्दिर चौकी के पीछे डीपी के पास उसके छोटे भाई सुरेसिह उर्फ सुरेशसिह की लाश पड़ी है व उसका गला कटा हुआ है। उक्त रिपोर्ट पर से थाना महिदपुर पर अपराध क्रमांक 100/2024 धारा 302 भादवि का पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया।

▪️पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही :– मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक उज्जैन के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री नितेश भार्गव एवं एसडीओपी अनुभाग तराना श्री भविष्य भाष्कर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी श्री राजवीर सिंह गुर्जर थाना महिदपुर द्वारा अपराध सदर के अज्ञात आरोपी की तलाश पतारशी हेतु टीम का गठन किया गया। गठीत टीम द्वारा अपराध विवेचना में साक्ष्य एकत्रित किये गये एवं मुखबिर सूचना पर से प्रकरण के संदेही मृतक के बालक रुद्र प्रताप उर्फ कान्हा को पुलिस अभीरक्षा में लेकर हिकमत अमली से पूछताछ करते रुद्रप्रताप द्वारा अपने मामा दिलीप सिंह निवासी मालाखेड़ा थाना ताल जिला रतलाम व जीजा बबलु निवासी सांगरीखेडा के साथ मिलकर घटना दिनांक को मृतक सुरेसिंह की हाथ से गला दबाकर हत्या करना एवं लाश को बोरे में भरकर ठीकाने लगाने के आशय से रामदेव मन्दिर चौकी के पीछे पहुँचकर मृतक के जिन्दा बचने की गुंजाइश न हो इस कारण वहीं पर मृतक सुरेसिह का चाकू से गला काट कर हत्या करना स्वीकार किया।

▪️हत्या का कारणः- मृतक सुरेसिह अपने लड़के रुद्रप्रताप की पत्नी पर बुरी नजर रखना एवं शराब पीकर अक्सर घर पर रुद्रप्रताप की माँ एवं रुद्रप्रताप के साथ मारपीट करने के कारण की गई। उक्त घटना में संलिप्त 02 आरोपियों को गिरफ्तार किया जाकर माननीय न्यायलय के समक्ष पेश किया गया व अन्य 01 फरार आरोपी की तलाश जारी है।

▪️जप्त शुदा सामग्री :- मृतक सुरेसिह उर्फ सुरेशसिह की लाश ले जाने वाला बोरा, घटना वक्त पहने आरोपी के कपड़े, घटना में प्रयुक्त मो.सा.।

▪️सराहनीय कार्यः- निरी राजवीर सिंह गुर्जर, उनि यादवेन्द्र सिंह परिहार, सायबर सेल प्रभारी उनि प्रतीक यादव व उनकी टीम, सउनि बीरेन्द्र प्रतापसिह परिहार, सउनि. भागीरथ शर्मा, प्रधान आर 321 देवकुँवर, आर 952 आदिराम, आर 1219 शुभकरण सिंह, आर 1233 चन्द्रभानसिंह, आर 1582 धर्मेन्द्र पहाडिया, म. आर 1114 मनीषा कुंवर, आर 1081 समरथ पाटीदार आर 1467 अनारसिंह, आर 1842 रबि जाटव, आर 755 कैलाश सूर्यवंशी की मुख्य भूमिका रही।