उज्जैन, महाशिवरात्रि महोत्सव के सुअवसर पर हमारे ” विक्रम विश्वविधालय के ललित कला विभाग” की टीम – “@th3sketchers” के द्वारा महाकाल मंदिर के शिखर द्वार के सामने 650²ft (25×26 )ft की भव्य रंगोली का निर्माण किया गया है l जो कि शिव विवाह पर आधारित है l
इस भव्य रंगोली को 12 कलाकार विद्यार्थियों ने मिलकर बनाया है, जो कि विभिन्न राज्यों से है और विक्रम विश्वविद्यालय में अध्यनरत्त हैं lइन विद्यार्थी कलाकारों के समूह का नेतृत्व पंकज सेहरा (मध्य प्रदेश) ने किया है, और रंगोली निर्माण में मुख्य रूप से लक्ष्मी कुशवाह , और नंदिनी प्रजापति की भूमिका रही है, जो कि मध्य प्रदेश से हैं lरंगोली के रेखांकन का कार्यभार मुख्य रूप से अक्षित शर्मा ( दिल्ली ) ,आदित्य चौहान (मध्य प्रदेश),और प्रिंस परमार (राजस्थान) ने किया lइनके अतिरिक्त अन्य कार्यभार तथा रंगोली निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान मुकुल सिंह (दिल्ली), जगबन्धु महतो ( झारखंड ) , अलका कुमारी (बिहार), चांदनी डीगरसे , सलोनी परमार और नैसा खान ये तीनों मध्य प्रदेश से हैं l इन सभी कलाकारों का रंगोली निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका रही है lइस भव्य रंगोली के निर्माण में विक्रम विश्वविद्यालय का पूर्ण सहयोग रहा , इस रंगोली के लिए वित्तीय निधि की आपूर्ति विश्वविद्यालय के कोष से ही हुई l साथ ही विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.अखिलेश कुमार पाण्डे जी , कुलानुशासक डॉ.शैलेन्द्र कुमार शर्मा जी, तथा ललित कला विभागाध्यक्ष डॉ. जगदीश चन्द्र शर्मा जी का महत्वपूर्ण सहयोग रहा जिन्होंने इन सभी विद्यार्थी कलाकारों को विश्वविद्यालय की ओर से प्रोत्साहित और यथासंभव मार्गदर्शन किया lइन विद्यार्थी कलाकारों के शिक्षक डॉ. लक्ष्मी नारायण सिरोडिया जी और डॉ.महिमा मरमट जी हैं। जिनके दिशा निर्देश पर ही इन विद्यार्थियों ने यह भव्य रंगोली जिसकी साइज 650 वर्ग फीट का निर्माण लगातार 2 रात और 2 दिन में लगभग 60 घंटे के मेहनत से इस उत्तम रंगोली को सफलता पूर्वक संपन्न करके अपनी बहुमुखी प्रतिभाओं का परिचय दिया है l जहां इस रंगोली को बनाने में लगभग 360 किलो ग्राम रंगो का उपयोग किया गया है तथा जिसमे 25 तरह के विभिन्न प्रकार के रंगो को उपयोग में लाकर इस रंगोली को एक भव्य स्वरूप प्रदान किया l