शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम, रामघाट पर प्रज्वलित होंगे 5 लाख दीपक आवश्यक दिशा निर्देश दिए

उज्जैन,कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने शनिवार को प्रशासनिक संकुल भवन के सभाकक्ष में 9 अप्रैल को होने वाले शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम के आयोजन के साथ विक्रमोत्सव और विक्रम व्यापार मेले के समापन कार्यक्रम की तैयारियों की विस्तार से समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में आयुक्त नगर निगम श्री आशीष पाठक द्वारा उक्त कार्यक्रमों की आयोजन की रूपरेखा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। बताया गया कि शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम के तहत 9 अप्रैल की रात्रि 7 बजे से  रामघाट में 5 लाख दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। यह दीप राम घाट, दत्त अखाड़ा ,नर्सिंग घाट और गुरुद्वारा घाट पर प्रज्वलित होंगे। इसके पश्चात रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक श्री जुबिन नौटियाल द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम स्थल पर 14 एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रसारण भी किया जाएगा।
कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में निर्देश दिए कि आदर्श आचरण संहिता का पालन करते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया जाएं।उक्त कार्यक्रम के माध्यम से मतदाता जागरूकता का संदेश भी दें। दीपोत्सव कार्यक्रम में आन वाले दर्शकों के प्रवेश की बेहतर व्यवस्थाएं रहें। ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम स्थल पर पेयजल व्यवस्था के साथ मेडिकल टीम की ड्यूटी लगाई जाएं। दमकल वाहनों की भी व्यवस्था रहें। प्रत्येक सेक्टर पर कार्यपालिक दंडाधिकारियों और अन्य विभागों के अधिकारियों की भी नामजद ड्यूटी लगाई जाएं। सभी कार्यक्रम सुव्यवस्थित ढंग से आयोजित कराएं।

*स्नान पर्व के दौरान घाटों पर समुचित व्यवस्थाएं रहें*

कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में 7 अप्रैल और 8 अप्रैल को होने स्नान पर्व पर घाटों पर व्यवस्थाओं की भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने निर्देशित किया कि 52 कुंड, राम घाट सहित अन्य घाटों पर साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएं। उन्होंने घाटों पर पर्याप्त रोशनी और आवश्यक बेरिकेडिंग भी किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घाट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहें। उन्होंने घाटों पर कार्यपालिक दंडाधिकारियों और होमगार्ड के अमले को तैनात करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री मृणाल मीणा, अपर कलेक्टर श्री अनुकूल जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री गुरु प्रसाद परासर सहित संबंधित विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें।