उज्जैन,कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री नीरज कुमार सिंह ने आज प्रशासनिक संकुल भवन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोकसभा निर्वाचन 2024 अंतर्गत नाम निर्देशन, संविक्षा ,नाम वापसी, होम वोटिंग इत्यादि निर्वाचन संबंधी आगामी प्रक्रियाओं की समीक्षा की। कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि 25 अप्रैल नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि है। जिसके दृष्टिगत सभी आवश्यक व्यवस्थाएं नोडल नाम निर्देशन सहित अन्य संबंधित अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाए। अभ्यर्थी अपना नामांकन प्रातः 11:00 बजे से 3:00 बजे तक ही जमा करा सकेंगे। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 3:00 बजे के बाद प्राप्त नामांकन मान्य नहीं किए जायेंगे। नाम निर्देशन पत्र जमा करने के लिए 3:00 बजे का आशय केवल और केवल रिटर्निंग अधिकारी कक्ष के भीतर प्रवेश रहेगा। परिसर में प्रवेश को भी मान्य नहीं किया जाएगा। संपूर्ण प्रक्रिया की डिजिटल घड़ी से निगरानी की जाएगी। साथ ही अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए अनाउंसमेंट भी किया जाएगा।
26 अप्रैल को प्रातः 11:00 बजे से अपरान्ह 3:00 बजे तक प्राप्त नाम निर्देशन पत्रों की संविक्षा की जाएगी। अभ्यर्थी 29 अप्रैल को अपरान्ह 3 बजे तक अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। कलेक्टर श्री सिंह ने नाम निर्देशन पत्रों की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में 85 प्लस आयु के वृद्ध मतदाताओं और दिव्यांग मतदाताओं की होम वोटिंग के लिए प्राप्त आवेदनों की भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि होम वोटिंग के लिए सहायक रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा रूट चार्ट के निर्धारण सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं। होम वोटिंग के लिए नियुक्त दलों , वीडियोग्राफर और पुलिस के अमले को ट्रेनिंग भी दी जाए। होम वोटिंग के लिए पात्र मतदाताओं की सूची मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को भी उपलब्ध कराएं।
*कम मतदान प्रतिशत वाले केन्द्रों पर जागरूकता गतिविधियों को बढ़ाएं*
कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में स्वीप के तहत मतदाता जागरूकता गतिविधियों की भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने सभी सहायक रिटर्निग अधिकारियों और एसडीएम को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्र में बूथ अवेयरनेस ग्रुप के साथ बैठक कर मतदाता जागरूकता की आगामी कार्ययोजना बनाएं। जिसमें 50% से कम मतदान वाले केन्द्रों पर विशेष फोकस किया जाए। ऐसे केन्द्रों पर बीएलओ द्वारा डोर टू डोर जाकर जागरूकता संबंधी गतिविधियां आयोजित की जाएं,ताकि मतदान का प्रतिशत बढ़ाया जा सके।