टिकट चेकिंग स्‍टॉफ की सतर्कता के कारण एक संभावित अप्रिय घटना को रोकी जा सकी

उज्जैन, भारतीय रेलवे में टिकट चेकिंग कर्मचारियो को रेलवे के फ्रंटलाइन स्‍टाफ के रूप में जाना जाता है। टिकट चेकिंग कर्मचारियों की सतर्कता एवं सजगता के कारण कई बार होने वाली अप्रिय घटनाओं को रोकने में मदद मिली है।
इसी क्रम में 24 अप्रैल, 2024 को गाड़ी संख्‍या 19168 साबरमती एक्‍सप्रेस के स्‍लीपर कोच में मक्‍सी से उज्‍जैन के मध्‍य टिकट चेकिंग के दौरान एस-2 कोच में एक अवयस्‍क लड़की सामान्‍य टिकट के साथ स्‍लीपर कोच में यात्रा करते मिली। जब चेकिंग स्‍टॉफ द्वारा पूछताछ की गई तो बतायी की वह एक पहचान वाले व्‍यक्ति के साथ घर से बिना बताए घर से हायी हूँ। ढूंढने पर साथ का व्‍यक्ति भी उसी कोच में यात्रा करते हुए मिला। लड़की से नम्‍बर लेकर उसके घरवालों से बात करने पर उन्‍होंने बताया कि दो दिनों से उनकी लड़की घर से गायब है।
दोनों यात्रियों को उज्‍जैन स्‍टेशन पर उतारा गया तथा आगे की कार्यवाही के लिए जीआरपी उज्‍जैन को सुपुर्द किया गया। इस प्रकार ऑन ड्यूटी सीनियर टिकट परीक्षक उज्‍जैन श्री नानक सिंह एवं स्‍केल मैन उज्‍जैन श्री सलमान रहमान के सतर्कतापूर्ण कार्य के कारण एक संभावित अप्रिय घटना को रोकी जा सकी।