उज्जैन। पर्यावरण संरक्षण व आगामी वृक्षारोपण कार्यक्रम की कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने प्रशासनिक संकुल भवन स्थित कलेक्टर कक्ष में सोमवार को कार्य योजना की विस्तार से समीक्षा की। पौधारोपण के प्रति जन-साधारण में जागरूकता लाने के लिये एक जुलाई से हरियाली महोत्सव मनाया जायेगा। हरियाली महोत्सव में उज्जैन जिले में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया है। उल्लेखनीय है कि वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत शिप्रा नदी के किनारे व गंभीर बांध क्षेत्र में लगभग तीन लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है। बैठक में जिला पंचायत उज्जैन के सीईओ श्री मृणाल मीना, वन विभाग, नगर निगम एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
शिप्रा किनारे व गंभीर बांध क्षेत्र में किया जायेगा वृहद वृक्षारोपण
कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने शिप्रा नदी के किनारे और गंभीर बांध क्षेत्र में व घट्टिया तहसील में शासकीय भूमि पर ग्रीन बेल्ट डेवलप करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश देते हुए कहा कि वृक्षारोपण के लिये स्मृति वन, बायो डायवर्सिटी पार्क, रोज़ गार्डन विकसित करने के लिये सुव्यवस्थित रूप से वृक्षारोपण किया जाये। इसी के साथ उन्होंने विकसित होने वाले स्मृति वन में फलदार व औषधीय गुण वाले वृक्षों के रोपण के साथ मॉर्निंग वॉक, व्यायाम, बैठने के लिये सुव्यवस्थित स्थान आदि सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। श्री सिंह ने उद्यानिकी विभाग को फलदार, औषधीय व सुगंध देने वाले पौधों के गार्डन विकसित करने के निर्देश दिये। इसी के साथ उन्होंने हरियाली महोत्सव को सफल बनाने के लिये सम्बन्धित अधिकारियों को जन-भागीदारी व पर्यावरण जागरूकता के लिये कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये।
मालवा की जलवायु के अनुकूल वृक्षों का रोपण किया जाये -श्री सिंह
बैठक में जिला पंचायत सीईओ ने जनपदवार वृक्षारोपण कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि जिला पंचायत द्वारा एक लाख 10 हजार वृक्षारोपण का लक्ष्य है, जिसमें बड़नगर, खाचरौद, महिदपुर व तराना जनपद में 20-20 हजार तथा घट्टिया व उज्जैन जनपद में 15-15 हजार वृक्षारोपण का जनपदवार लक्ष्य है। पौधारोपण की गतिविधियां जन-सहयोग एवं मनरेगा अन्तर्गत की जायेगी। इसी के साथ उद्यानिकी विभाग की नर्सरियों में मौजूद पौधों का पौधारोपण किया जायेगा। श्री सिंह ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पौधों के चयन में स्थानीय जलवायु की अनुकूलता का ध्यान रखा जाये व उनके विकसित होने तक जैविक खाद की पर्याप्त व्यवस्था, सुरक्षा हेतु जाली एवं वृक्षों को पानी प्रदाय करने की समुचित व्यवस्था की जाये। इसी के साथ नगर निगम उज्जैन द्वारा 27 हजार 715 वृक्षारोपण का लक्ष्य झोनवार रखा गया है। इसमें प्रमुख रूप से कनेर, चम्पा, नीम, आम, मोगर, चांदनी, करंज, इमली, बादाम, जामुन, गुड़हल आदि प्रजातियों का वृक्षारोपण पर्यावरण संरक्षण के लिये जलवायु अनुकूलता के अनुसार किया जायेगा।