उज्जैन । मंगलवार को प्रशासनिक संकुल भवन में आयोजित जनसुनवाई में कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने आमजनों द्वारा दिए गए आवेदनों पर सुनवाई कर उनका निराकरण किया। जनसुनवाई में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री मृणाल मीना, अपर कलेक्टर श्री महेंद्र कवचे सहित अन्य अधिकारियों द्वारा भी प्राप्त आवेदनों पर गंभीरतापूर्वक सुनवाई की गई।
जनसुनवाई में ग्राम बोडानी की कमलाबाई ने कलेक्टर श्री सिंह को बताया कि उनकी भूमि का सीमांकन और बंटांकन नहीं हो पा रहा है, जिस पर कलेक्टर श्री सिंह ने तहसीलदार उज्जैन को तत्काल आवेदक का प्रकरण का निराकरण करने के निर्देश दिए।
उज्जैन निवासी मोहनलाल परमार ने कलेक्टर को बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना के तहत मई 2022 तक उन्हें राशि प्राप्त हुई। लेकिन उसके बाद से अभी तक उनके खाते में राशि नहीं आई हैं, जिस पर कलेक्टर श्री सिंह ने अधीक्षक भू अभिलेख को प्रकरण की जांच कर पात्रतानुसार योजना से लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
तहसील नागदा निवासी 85 वर्षीय गीताबाई पति स्व. मनोहरलाल ने कलेक्टर श्री सिंह को बताया कि उनका गांव रानीपिपलिया मे एक मकान स्थित है जो कि मेरे स्वामित्व व आधिपत्य है, जिस पर मेरे बेटो ने कब्जा करके मुझे घर से निकाल दिया है,अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है। जिस पर कलेक्टर श्री सिंह ने नागदा एसडीएम को भरण पोषण अधिनियम के तहत तत्काल कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार ग्राम भीड़ावद तहसील बड़नगर निवासी जीवन सिंह पिता कालू सिंह डोडिया ने आवेदन दिया कि उनके स्वामित्व की कृषि भूमि पर गांव के कुछ लोगों द्वारा अवैध निर्माण कर अतिक्रमण कर लिया गया है। इस पर तहसीलदार बड़नगर को मामले की जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
महिदपुर तहसील के ग्राम पिपल्याधूमा निवासी हरिराम ने आवेदन दिया कि गांव में उनके स्वामित्व की एक कृषि भूमि है, जिसकी ऋण पुस्तिका गुम हो चुकी है। इस वजह से उन्हें कृषि सम्बन्धी कार्यों में काफी परेशानी हो रही है। अत: उनकी नई ऋण पुस्तिका बनवाई जाये। इस पर तहसीलदार झारड़ा को नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
ग्राम पाताखेड़ी तहसील झारड़ा निवासी नौजानबाई पति रघु ने आवेदन दिया कि वे गरीबी रेखा के नीचे जीवन निर्वाह करती हैं तथा उन्हें शासन द्वारा कृषि कार्य हेतु पट्टे पर जमीन प्रदान की गई थी, जिस पर गांव के कुछ लोगों द्वारा जबरन कब्जा कर लिया गया है। इस पर तहसीलदार झारड़ा को जांच कर उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
ग्राम झुटावद तहसील महिदपुर निवासी जगदीशचंद्र पिता श्रीलाल ने आवेदन दिया कि उनके पौते द्वारा धोखे से उनके स्वामित्व की जमीन को किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया गया है तथा उन्हें घर से निकालने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। इस पर एसडीएम महिदपुर को मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
ग्राम रूई तहसील घट्टिया निवासी तेजराम पिता गुलाबचंद ने आवेदन दिया कि उनकी पत्नी की कुछ समय पहले वाहन दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। उनकी आर्थिक स्थिति अत्यन्त दयनीय है अत: उन्हें आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। इस पर मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान के प्रभारी अधिकारी को नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। इसी प्रकार कलेक्टर द्वारा अन्य मामलों में भी जनसुनवाई की गई।